प्रतापगढ़। प्रयागराज की सीमा पर नेवादा गांव में आज श्री मद्भागवत कथा का शुभारंभ कलशयात्रा के साथ शुरू हुआ। महिलाएं शिर पर मंगल कलश रखकर यात्रा की शुरुआत की।यह यात्रा यज्ञ मंडप से शुरू हो कर गांव के पांच मंदिरों पर पूजा अर्चना के पश्चात् यज्ञ स्थल पर समाप्त हुई। कथा वाचक अंकितानंद जी महाराज ने श्री मद्भागवत पूजन के पश्चात् कहा कि भागवत कथा के श्रवण करने से मनुष्य की मृत्यु सवारती है।राम कथा का श्रवण करने से जीवन संवारता। इस कलियुग में जीवन का उद्धार करने के लिए एक मात्र भगवान का आश्रय लेना आवश्यक है।जिह तरह धुंधकारी ने प्रेत योनि प्राप्त करते हुए भी भगवान का आश्रय लेकर मोक्ष प्राप्त किया।उसी तरह प्रत्येक प्राणी को भागवत का आश्रय लेना चाहिए। इसी में जीवन की सार्थकता है। प्रथम दिवस भागवत के महत्व की कथा का श्रवण कराया। मंगल कलश यात्रा में मुख्य यजमान माधुरी विश्वनाथ मिश्र, सीमा मिश्रा, विजय लक्ष्मी, सरिता,सविता, सोनी,कोमल, रत्ना देवी, जयंती प्रसाद,वैभव, राजमणि, सचिन, राहुल, प्रेम कुमार , विश्वंभर नाथ, विसनाथ आदि मौजूद रहे।