Darjeeling: सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया दार्जिलिंग जिला(एसडीपीआई) की ओर से आज प्रेस गिल्ड दार्जिलिंग हिल्स पर प्रेस वार्ता आयोजित की गई। इस अवसर पर पार्टी के पश्चिम बंगाल राज्य कार्यकारिणी के सदस्य एवं दार्जिलिंग जिला सभापति फैजल अहमद ने कहा कि संगठन के विस्तारीकरण एवं पंचायत चुनाव की रणनीति बनाने के लिए दो दिवसीय दार्जिलिंग हिल्स का दौरा है। इस दौरान हमने पार्टी कार्यकर्ताओं से मंथन भी किया है। जहां पार्टी के लोग हैं, हम लोग चुनाव लड़ने का काम करेंगे। श्री अहमद ने कहा कि वर्ष 2024 लोकसभा चुनाव मैं खुद दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लडूंगा। इसके लिए संगठन को मजबूत किया जा रहा है। सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया दार्जिलिंग पहाड़ में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजन करेगा। इसके लिए भी आज कई कार्यकर्ताओं से मंथन किया गया है।

 

 

दूसरी ओर केंद्र में बैठी भाजपा सरकार ने दार्जिलिंग हिल्स के लिए कुछ भी नहीं किया है। शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य एवं बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र सरकार फेल हो चुकी है। दार्जिलिंग सांसद राजू बिष्ट एक जनप्रतिनिधि होने के नाते कौन सा काम पहाड़ वासियों के लिए किया है। इसका जवाब यहां की जनता जानना चाहती है? सांसद के द्वारा हमेशा गोरखालैंड यूटी जनजाति का दर्जा मिलने की बात करते हैं, फिर दिल्ली हवा हवाई हो जाते हैं, यह सांसद हवा हवाई नेता है, संसद की सुविधा एवं हवा हवाई बातें करते रहते हैं। तथा पहाड़ वासियों को लॉलीपॉप देने का काम करते हैं।

 

 

 

वर्ष 2024 लोकसभा चुनाव का शंखनाद आज से कर दिया है। दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र के स्थानीय मुद्दों पर ही मैं अपनी आवाज बुलंद करूंगा तथा सड़क पर उतरने का कार्यक्रम बन चुका है। अब सभी मुद्दों पर सड़क पर संघर्ष के लिए तैयार हूं। हमारे कार्यकर्ता भी तैयार हैं आने वाले समय में भाजपा तथा उसके सांसद को बता दूंगा कि जनसेवा क्या होता है।
श्री अहमद ने कहा कि पंचायत चुनाव में हम लोग गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन करना चाहते हैं। लेकिन गोरखालैंड अलग राज्य के मुद्दे पर समर्थन नहीं करूंगा पहाड़ के स्थानीय मुद्दे पर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के साथ चलने में कोई कठिनाई नहीं हो सकती है। अगर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष विमल गुरुंग चाहे तो सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया पंचायत चुनाव में गठबंधन करके कुछ सीटों पर चुनाव बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए राज्य कार्यकारिणी के संपर्क में हूं तीन-चार दिनों में मंथन के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी।