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हरतालिका तीज: एक सांस्कृतिक पर्व की महत्ता

हरतालिका तीज: एक सांस्कृतिक पर्व की महत्ता

 

 

हरतालिका तीज, भारतीय महिलाओं द्वारा बड़े श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाने वाला एक प्रमुख पर्व है। यह पर्व विशेष रूप से भारत के उत्तर और मध्य भागों में मनाया जाता है और इसकी खासियत है कि यह मुख्यतः महिलाओं द्वारा उनके पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए किया जाता है। हरतालिका तीज को “तीज” के नाम से भी जाना जाता है, और यह विशेष रूप से हिन्दू कैलेंडर के भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है।

 

पर्व का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व

हरतालिका तीज का धार्मिक महत्व भगवान शिव और देवी पार्वती से जुड़ा हुआ है। मान्यता के अनुसार, देवी पार्वती ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कठिन तपस्या की थी। इस तपस्या के दौरान उन्होंने अपनी सारी इच्छाओं का परित्याग किया और केवल भगवान शिव की आराधना की। उनके कठोर तप के कारण उन्होंने तीन दिनों तक केवल जल-निमंत्रण पर निर्भर रहकर व्रत रखा और इस कठिन साधना के बाद ही भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए और उनकी इच्छाओं को पूरा किया। इसी तपस्या के लिए देवी पार्वती ने इस दिन को तीज के रूप में मनाना शुरू किया। इसलिए, हरतालिका तीज को देवी पार्वती की तपस्या और समर्पण की याद में मनाया जाता है।

 

पूजा विधि और व्रत

हरतालिका तीज पर महिलाएं विशेष रूप से निर्जला व्रत करती हैं। यह व्रत आमतौर पर निर्जल रहता है, यानी कि व्रति को इस दिन केवल फल और दूध का सेवन करने की अनुमति होती है। महिलाएं सुबह जल्दी उठकर स्नान करती हैं और फिर घर के पूजा स्थल को साफ करके वहां झाड़ू और दीपक सजाती हैं। इसके बाद, वे देवी पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं और विशेष रूप से व्रत के लिए बनाई गई मिठाइयों और फलों की अर्पित करती हैं।

 

पूजा के दौरान, महिलाएं खासतौर पर पारंपरिक वस्त्र पहनती हैं और सुंदर सजावट करती हैं। पूजा की समाप्ति के बाद, वे पारंपरिक गीत गाती हैं और नृत्य करती हैं। यह नृत्य और गान पूरे गांव या मोहल्ले में महिलाओं के बीच एक सामूहिक उत्सव का रूप ले लेता है, जिसमें खुशी और उल्लास का माहौल रहता है।

 

 

हरतालिका तीज का सांस्कृतिक पहलू

हरतालिका तीज का सांस्कृतिक पहलू भी बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन महिलाएं अपनी सहेलियों और परिवार की अन्य महिलाओं के साथ मिलकर तीज गीत गाती हैं और पारंपरिक नृत्य करती हैं। यह एक सामाजिक उत्सव होता है, जहां महिलाएं एक-दूसरे के साथ मिलकर अपने अनुभव साझा करती हैं और इस पर्व की खुशी मनाती हैं। यह दिन विशेष रूप से विवाहित महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि वे इस दिन अपने पति की लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना करती हैं।

 

समापन

हरतालिका तीज एक ऐसा पर्व है जो भारतीय संस्कृति, परंपरा और धार्मिक मान्यताओं को जीवंत बनाए रखता है। यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण सामाजिक और सांस्कृतिक अवसर भी प्रदान करता है। हरतालिका तीज के दौरान की जाने वाली पूजा और आयोजन, भारतीय समाज में नारी की भूमिका और उसकी आस्था को दर्शाते हैं। इस प्रकार, हरतालिका तीज एक ऐसा पर्व है जो सभी के जीवन में खुशी, समृद्धि और सौभाग्य लाने की शुभकामनाएं लेकर आता है।

वजन कम करने के उपाय: एक समग्र दृष्टिकोण

वजन कम करने के उपाय: एक समग्र दृष्टिकोण

-ललिता कुमारी

 

वजन कम करना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन सही दृष्टिकोण और रणनीतियों के साथ इसे प्रबंधित किया जा सकता है। इस लेख में, हम वजन कम करने के विभिन्न उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जो आपके जीवनशैली में सुधार लाने में मदद कर सकते हैं।

1. स्वस्थ आहार का महत्व

स्वस्थ आहार वजन कम करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। एक संतुलित आहार में फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाना चाहिए। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि हरी पत्तेदार सब्जियाँ, बीन्स, और ओट्स आपके पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराते हैं, जिससे आप अधिक कैलोरी का सेवन करने से बच सकते हैं।

 

पारंपरिक और तले हुए खाद्य पदार्थों, जैसे कि पिज़्ज़ा, बर्गर, और चिप्स, में उच्च मात्रा में कैलोरी और वसा होती है, जो वजन बढ़ाने में सहायक हो सकती है। इसलिए, इन खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें और उनके स्थान पर हेल्दी विकल्प जैसे कि ग्रिल्ड चिकन, स्टीम्ड सब्जियाँ, और ताजे फल चुनें।

 

2. पानी का सेवन

 

पानी पीना वजन घटाने में एक सरल लेकिन प्रभावी उपाय हो सकता है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आपकी त्वचा हाइड्रेटेड रहती है और आपके शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं। पानी पीने से भूख कम होती है, जिससे आप कम कैलोरी का सेवन करते हैं। रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है, लेकिन यह मात्रा आपके शरीर की आवश्यकताओं के आधार पर बढ़ाई जा सकती है।

 

 3. व्यायाम और शारीरिक गतिविधि

 

व्यायाम वजन कम करने का एक अभिन्न अंग है। नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने से कैलोरी जलती हैं और मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं। कार्डियोवस्कुलर व्यायाम जैसे कि दौड़ना, तैरना, या साइकिल चलाना कैलोरी बर्न करने में मदद करता है। सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम स्तर की एरोबिक गतिविधि करने की सिफारिश की जाती है।

 

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, जैसे कि वेट लिफ्टिंग और पिलेट्स, भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मांसपेशियों को बनाता है और मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है। मांसपेशियाँ अधिक कैलोरी बर्न करती हैं, जो लंबे समय में वजन घटाने में सहायक हो सकती हैं।

 

4. नींद और विश्राम

 

अच्छी नींद वजन घटाने के लिए आवश्यक है। नींद की कमी से आपके शरीर की भूख हार्मोन लेप्टिन और घ्रेलिन में असंतुलन हो सकता है, जिससे आपकी भूख बढ़ सकती है और आप अधिक खा सकते हैं। प्रतिदिन 7-8 घंटे की अच्छी नींद लेना आपके वजन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है।

 

इसके अतिरिक्त, तनाव प्रबंधन भी महत्वपूर्ण है। अधिक तनाव से कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है, जो वजन बढ़ाने में योगदान कर सकता है। ध्यान, योग, और गहरी सांस लेने की तकनीकें तनाव को कम करने में मदद कर सकती हैं।

 

 5. पोर्टियन कंट्रोल

 

खाने की मात्रा पर ध्यान देना भी वजन घटाने में सहायक हो सकता है। एक ही बार में अधिक मात्रा में खाना खाने की बजाय, छोटे-छोटे हिस्से में भोजन करने से आपकी कैलोरी की खपत कम हो सकती है। खाने के समय अपने शरीर की भूख के संकेतों को सुनना और भरपेट होने से पहले भोजन रोकना आवश्यक है।

 

आहार में छोटे बदलाव, जैसे कि छोटी प्लेट का उपयोग करना या नाश्ते में अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करना, आपको कैलोरी के सेवन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।

 

 6. स्वस्थ स्नैक्स

 

स्नैक्स के चुनाव में भी बदलाव करना महत्वपूर्ण है। जंक फूड की जगह पौष्टिक और कम कैलोरी वाले स्नैक्स जैसे कि नट्स, बीन्स, और ताजे फल खाएँ। इन स्वस्थ स्नैक्स में फाइबर, प्रोटीन, और आवश्यक विटामिन होते हैं, जो लंबे समय तक भरे रहने में मदद करते हैं।

 

स्नैक्स को नियंत्रित करने से भी आपको अधिक कैलोरी का सेवन करने से बचाया जा सकता है। इसके अलावा, भोजन के बीच में हल्के स्नैक्स खाने से मुख्य भोजन में अधिक खाने की प्रवृत्ति कम हो सकती है।

 

7. मनोबल बनाए रखना

 

वजन कम करने की प्रक्रिया एक दीर्घकालिक प्रक्रिया है और इसमें धैर्य की आवश्यकता होती है। छोटी-छोटी उपलब्धियों पर ध्यान केंद्रित करें और अपनी प्रगति को ट्रैक करें। आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होंगे यदि आप अपनी दिनचर्या में सकारात्मक बदलाव बनाए रखें और खुद को प्रेरित रखें।

 

लंबे समय में वजन कम करने के लिए अपने स्वास्थ्य को एक प्राथमिकता बनाना आवश्यक है। सकारात्मक सोच और आत्म-प्रेरणा से आप अपनी यात्रा को सुखद और सफल बना सकते हैं।

 

8. ध्यानपूर्वक खाना

 

खाना धीरे-धीरे और ध्यानपूर्वक खाने से भी वजन कम करने में मदद मिलती है। जब आप भोजन को अच्छी तरह चबाते हैं और उसका आनंद लेते हैं, तो आपके मस्तिष्क को यह संकेत मिलता है कि पेट भर चुका है। इस प्रकार, आप अधिक भोजन करने से बच सकते हैं और स्वस्थ मात्रा में खाना खा सकते हैं।

 

 9. सप्लीमेंट्स और विटामिन्स

 

कुछ लोग वजन कम करने के लिए सप्लीमेंट्स का उपयोग करते हैं, जैसे कि प्रोटीन पाउडर, फैट बर्नर्स, और मल्टीविटामिन्स। हालांकि, सप्लीमेंट्स को आहार का प्रतिस्थापन नहीं माना जाना चाहिए। हमेशा एक चिकित्सक या पोषण विशेषज्ञ से सलाह लें, क्योंकि कुछ सप्लीमेंट्स का शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव भी हो सकता है।

 

10. आहार रिकॉर्ड और ट्रैकिंग

 

आपके आहार की ट्रैकिंग भी वजन घटाने में सहायक हो सकती है। आहार डायरी या ट्रैकिंग ऐप्स का उपयोग करके आप अपने द्वारा खाए गए खाद्य पदार्थों और कैलोरी की मात्रा को मॉनिटर कर सकते हैं। इससे आपको अपने भोजन के पैटर्न को समझने में मदद मिलती है और आप अधिक स्वस्थ विकल्प चुन सकते हैं।

 

11. सामाजिक समर्थन

 

वजन कम करने की प्रक्रिया में सामाजिक समर्थन भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। परिवार, दोस्तों या वजन घटाने के समूहों के समर्थन से आपको प्रेरणा और प्रोत्साहन मिल सकता है। एक साथ मिलकर लक्ष्य तय करना और अनुभव साझा करना सफलता की संभावनाओं को बढ़ा सकता है।

 

12. स्वास्थ्य जांच और परामर्श

 

सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं की जांच और नियमित स्वास्थ्य परामर्श भी महत्वपूर्ण हैं। किसी भी विशेष स्वास्थ्य स्थिति, जैसे कि थायरॉइड समस्याएँ या मधुमेह, को नियंत्रित करने के लिए चिकित्सकीय परामर्श लेना आवश्यक हो सकता है। सही मार्गदर्शन और चिकित्सा देखरेख से आप अपने वजन घटाने के प्रयासों को अधिक प्रभावी बना सकते हैं।

 

इन उपायों को अपनाकर आप एक स्वस्थ जीवनशैली अपना सकते हैं और अपने वजन को नियंत्रित कर सकते हैं। यदि आपको विशेष स्वास्थ्य समस्याएँ या वजन घटाने में चुनौतियाँ महसूस हो रही हैं, तो एक पोषण विशेषज्ञ या चिकित्सक से सलाह लेना लाभकारी हो सकता है। उनकी सलाह से आप अपने स्वास्थ्य लक्ष्यों को प्रभावी ढंग से प्राप्त कर सकते हैं।

 

 

– ललिता कुमारी

श्रमिक

श्रमिक

 

– मोनिका डागा “आनंद” , चेन्नई , तमिलनाडु

 

 

मजदूर करता है दिल से मजदूरी,

कर्म उसका है प्रधान मिलती मजूरी,

उनका स्वाभिमान होता है जिंदा,

नहीं करते हैं वह किसी को शर्मिंदा ।

 

कठिन परिश्रम उनकी रग-रग में बहता,

मेहनत की कमाई से ही जीवन कटता,

किसी के सामने वे हाथ नहीं फैलाते,

अपने दुखों का शोर नहीं मचाते ।

 

धूप, बरसात,या हो फिर कड़ाके की ठंड,

कर्म है उनकी पूजा, धर्म और जीवन मापदंड,

मजबूरी नहीं उनकी “आनंद” भरी मुस्कुराहट देखो,

उनसे आत्मविश्वास, शारीरिक, मानसिक बल सीखो ।

 

विधाता का लिखा हुआ भाग्य वो स्वीकारते हैं,

शिकायतें नहीं जीवन में समाधान निकालते हैं,

बच्चों को अपनी श्रम जीविका से पढ़ाते हैं,

संस्कारों में उन्नत उनका सुखद भविष्य बनाते हैं ।

 

उनका जीवन उनका कर्म उनकी शान है,

उनका भी मान, सम्मान, आन-बान है,

रोज़मर्रा की आवश्यक सुविधा उनको भी मिले,

जीवन में उनके भी खुशियों के गुल खिले ।

 

आभारी है राष्ट्र उनके उत्कृष्ट अमूल्य योगदान का,

उनसे ही सुसज्जित है नवीनीकरण उन्नत देश का,

अधिकारी है हर व्यक्ति मान सम्मान का,

श्रमिक टुकड़ा है खूबसूरत इसी आसमान का ।

 

आई गर्मी

आई गर्मी

  मोनिका डागा “आनंद” , चेन्नई, तमिलनाडु

 

गर्मी तो हद पार कर गई,

अरे ! अरे ! आ गई है मई,

तापमान जा रहा है 50 के पार,

सबको चढ़ रहा है गर्मी से बुखार ।

 

दोपहर में बारह से चार,

आवा जाही बंद करो यार,

प्याज को साथ में रखो भाई,

लू चलती हवाओं ने नानी याद दिलाई ।

 

चपरासी हो या वी.आई.पी. कोई ब्राइट,

गर्मी ने सबकी हवा कर दी टाइट,

श्री मती जी का ब्रांडेड मेकअप धुल जाता,

चेहरे का रंग उडा़ उड़ा नज़र आता ।

 

चेहरे पर देखो झुर्रियां दे रही दिखाई,

बालों पर लगा रखी है गार्नियर वाली डाई ,

बिजली का बिल भी बढ़ रहा,

ठंडे पानी से मन बहल रहा  ।

 

आइसक्रीम, छत्ते खाने की ऋतु आई,

खरबूजा, तरबूज, सौंफ,सत्तू का शर्बत, ठंडाई,

खीरा बन गया है देखो हीरा,

भाता नींबू पानी,आम पन्ना और जलजीरा ।

 

ध्यान रहे शरीर में पानी की कमी ना होवे,

काम सबको है करना आंखों में नमी न होवे,

सर्दी है प्यारी तो गर्मी से क्यों कर रहे हो लड़ाई,

हर मौसम की अपनी खूबसूरती और बडा़ई ।

 

मौसम के अनुरूप करो खान-पान,

गर्मियों में तुम रखो बच्चों का विशेष ध्यान,

बारिश के पलों को करते रहो याद,

मन रहे हमेशा खुशियों से आबाद ।

 

कोल्ड ड्रिंक से बनाए रखो दूरी,

मटके का अमृत पानी पीना है जरूरी,

ताजे फलों के जूस में है मिठास,

मट्ठा, छाछ पीयो भर-भर गिलास ।

 

गाते रहो प्यार के सुहाने गीत,

“आनंद” है हर तरफ बरसे मधुर प्रीत,

प्याऊ लगाओ पशु-पक्षियों को दो दाना पानी,

जीवन है परिवर्तनशील सुख दुःख की “आनंद”कहानी।

 

 

बृज में मची है धूम

बृज में मची है धूम

मोनिका डागा "आनंद" , चेन्नई , तमिलनाडु
मोनिका डागा “आनंद” , चेन्नई , तमिलनाडु

 

बांसुरी बुला रही है गिरधर कि,ब्रज की गलियों में मचा है शोर,

फागुन मास में चंग बजे घर-घर, आई होली मन में भरे प्रेम हिलोर ।

 

अलि चलो इस बार,होली में चले वृंदावन सभी सखियों संग,

कन्हैया को लगाएंगे खूब रंग, बृजवासियो संग मिल बेधड़ग,

राधिका के संग मिलकर,मारेंगे पिचकारी उड़ाएंगे फूलों से बने सुगंधित रंग ,

रंगों का रास रचेगा ब्रज में अति सुंदर,अंतरात्मा पर भी चढ़ेगा भक्ति का रंग ,

फागुन मास में चंग बजे घर-घर……

 

लीलाधारी प्रभु की कृपा से, होली में धूम धाम मचाएंगे रंगेंगे तन मन संग ,

अमृत भर लेंगे जीवन में ऐसे, मनहु भंवरा पीले मधुर मकरंद,

श्यामा – श्याम की मतवाली, ब्रज की होली में गोवर्धन भी जाएंगे,

सभी घाटों के दर्शन कर,एक दूजे को प्यार का बढ़-चढ़कर रंग लगाएंगे,

फागुन मास में चंग बजे घर-घर……

 

फूलों की होली भी खेलेंगे उछालेंगे,बेला, गुलाब,चंपा, पीली, कनेर ,

बिहारी जी के मंदिर में लगाएंगे राधे रानी का भी जयकारा घनेर,

ठाकुर जी के संग हम भी खाएंगे, गुजिया,मालपुआ, लड्डू मिठाइयां अनेक,

सुपारी,लौंग ,इलाइची, केसर का बीड़ा चबाएंगे, गाएंगे धमाल विशेष,

फागुन मास में चंग बजे घर-घर……

 

लठमार होली भी खेलेंगे जो है विश्व भर में ब्रज की प्रसिद्ध,

रंगों में रंग कर एक हो मोहन से पाएंगे जीवन में ठाकुर का दिव्य सानिध्य,

मानो स्वर्ग उतर आएगा धरती पर, स्वर्ग से सभी देवी देवता अंबर से फूल बरसाएंगे,

दुखों को भुलाकर माधव का धन्यवाद कर, होली की मस्ती में हम सब भी खो जाएंगे ।

फागुन मास में चंग बजे घर-घर……

 

फगुनाहट

फगुनाहट

- मोनिका डागा "आनंद" , चेन्नई

– मोनिका डागा “आनंद” , चेन्नई 

 

मौसम ने ली अब अंगड़ाई है, शीत ऋतु बीती,
ग्रीष्म की लहर उमड़ आई है,
गर्म कपड़ों की शुरू हो गई रख रखाई,
सूती हल्के रंगों के कपड़ों की बारी आई है ।

 

मदमस्त पवन बह रही, प्रकृति ने किया सोलह श्रृंगार,
मधुमास में खिला हर तन मन, होली का आया पावन त्यौहार,
दहन किया सब दुःख संताप,जागृत किया भीतर प्रेम,
प्रकृति के आनंद में रंग गए सब, खुशियां बिखरी चहुं दिस छाया प्रेम ।

 

फगुनाहट आई, लाई धीरे – धीरे, अपने संग परिवर्तन का संदेश,
हर मन को अपना लो तुम, सहज भाव से, ना रहे कोई दुख का कण भीतर अवशेष,
मुस्कुराओ, मुस्कुराहट फैलाओ, जीवन में करो सतरंगी रंगों का समावेश,
हर हाल में तुम खुश रहो, जीवन का हर दिन है अपने आप में विशेष ।

 

जीवन में नीरसता का अंत कर, बहाओ अमृत रस परमानंद,
छोटी-छोटी खुशीयों का लो,जीवन में भरपूर “आनंद”,
प्रकृति सदैव मुस्कुराती है,मौसम हो कोई भी,शीत, पतझड़, गर्मी, बरखा या बसंत,
तुम भी अपना लो इस भाव को जीवन में, हो कोई भी उतार – चढ़ाव, बस जागृत रहे प्रेम रंग अनंत।

 

क्या जेईई की तैयारी 12वीं कक्षा में उच्च अंक की गारंटी दे सकती है?

क्या जेईई की तैयारी 12वीं कक्षा में उच्च अंक की गारंटी दे सकती है?

 

विजय गर्ग

 

सीबीएसई/आईसीएसई/राज्य बोर्ड परीक्षा बनाम जेईई मेन: क्या जेईई की तैयारी 12वीं कक्षा में उच्च स्कोर की गारंटी दे सकती है?

 

 

संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को अक्सर चुनौतीपूर्ण सवाल का सामना करना पड़ता है कि क्या जेईई मेन के लिए उनकी तैयारी के परिणामस्वरूप सीबीएसई/राज्य/आईसीएसई बोर्ड कक्षा 12 बोर्ड परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन हो सकता है। आमतौर पर, जेईई मेन सत्र 1 सीबीएसई/राज्य/आईसीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा शुरू होने से 2-3 सप्ताह पहले होता है।

 

कई महत्वाकांक्षी इंजीनियर और आम जनता आमतौर पर मानते हैं कि जेईई मेन की तैयारी विज्ञान स्ट्रीम के लिए सीबीएसई/आईसीएसई/स्टेट 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणामों पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। हालाँकि, यह निर्धारित करना कि क्या जेईई की तैयारी कक्षा 12 सीबीएसई/राज्य/आईसीएसई बोर्ड परीक्षा में उच्च अंक सुनिश्चित कर सकती है, एक जटिल प्रश्न है जिसका कोई सरल उत्तर नहीं है। परिणाम विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है:

 

सिलेबस में समानता

जेईई मेन और सीबीएसई/राज्य/आईसीएसई कक्षा 12 दोनों में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित के विषय कई सामान्य विषयों को साझा करते हैं। इसका मतलब यह है कि यदि आप जेईई की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो आप स्वचालित रूप से सीबीएसई/राज्य/आईसीएसई पाठ्यक्रम का एक अच्छा हिस्सा पढ़ लेंगे। हालाँकि, यह समझना महत्वपूर्ण है कि जेईई मेन विशिष्ट अवधारणाओं पर अधिक विस्तार से बताता है और इसमें अतिरिक्त विषय भी शामिल हैं जो सीबीएसई/राज्य पाठ्यक्रम में नहीं पाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त, सीबीएसई/राज्य/आईसीएसई बोर्ड अंग्रेजी, हिंदी और अन्य ऐच्छिक जैसे विषयों को कवर करते हैं, जो जेईई के लिए प्रासंगिक नहीं हैं।

 

सीबीएसई/आईसीएसई/राज्य बोर्ड स्कोर पर जेईई तैयारी का प्रभाव

सकारात्मक प्रभाव: जेईई के लिए अच्छी तैयारी करने से निश्चित रूप से भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित की आपकी समझ में वृद्धि हो सकती है, जिससे संभवतः आपके सीबीएसई/राज्य/आईसीएसई बोर्ड के दौरान इन विषयों में बेहतर स्कोर प्राप्त होंगे। जेईई की तैयारी में नियोजित व्यावहारिक दृष्टिकोण आपके समस्या-समाधान कौशल को भी मजबूत कर सकता है, जो सीबीएसई/आईसीएसई/राज्य बोर्ड परीक्षाओं के लिए फायदेमंद है।

 

नकारात्मक प्रभाव: हालाँकि, केवल जेईई की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करने से आपके सीबीएसई/आईसीएसई बोर्ड में अन्य विषयों की उपेक्षा हो सकती है, जिससे संभावित रूप से आपके समग्र स्कोर पर असर पड़ सकता है। साथ ही, जेईई की तैयारी की तेज़ गति और प्रतिस्पर्धी प्रकृति सीबीएसई/आईसीएसई/राज्य बोर्ड परीक्षाओं के व्यापक संदर्भ के अनुरूप नहीं हो सकती है।

 

 

विचार करने योग्य कारक

व्यक्तिगत सीखने की शैली: कुछ छात्र तनावपूर्ण और प्रतिस्पर्धी स्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, जबकि अन्य अधिक संरचित और संतुलित दृष्टिकोण पसंद करते हैं। सीखने की शैलियों में विविधता इस बात पर प्रभाव डाल सकती है कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई/राज्य/आईसीएसई बोर्ड) के अंकों के साथ कितनी प्रभावी ढंग से संरेखित होती है।

 

परीक्षा रणनीति: जब संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की बात आती है, तो अपने ज्ञान को शीघ्रता से लागू करने पर ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण है। इसके विपरीत, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई/राज्य/आईसीएसई) बोर्ड परीक्षाओं के लिए सभी विषयों पर गहरी पकड़ और अपने समय को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की क्षमता की आवश्यकता होती है।

समय प्रबंधन: दोनों परीक्षाओं के लिए तैयारी करते समय अपने समय का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है। प्रत्येक विषय के लिए अपना समय उचित रूप से आवंटित करना, उनके महत्व को ध्यान में रखना और अपनी व्यक्तिगत शक्तियों और कमजोरियों पर विचार करना महत्वपूर्ण है।

 

जेईई की तैयारी आपको अपने सीबीएसई/राज्य/आईसीएसई बोर्डों में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित में अच्छा स्कोर करने के लिए एक मजबूत आधार बनाने में मदद कर सकती है। हालाँकि, यह सफलता का कोई गारंटीकृत मार्ग नहीं है। केवल जेईई पर ध्यान केंद्रित करने से आप अन्य विषयों की उपेक्षा कर सकते हैं और यह हर किसी के लिए सबसे अच्छी रणनीति नहीं हो सकती है।

इवेंट मैनेजमेंट में करियर और नौकरी का दायरा और अवसर 

इवेंट मैनेजमेंट में करियर और नौकरी का दायरा और अवसर 

 

विजय गर्ग 

इवेंट मैनेजर के रूप में काम करने वाले व्यक्ति विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि दर्शकों की रुचि हो और कार्यक्रम का संदेश सही ढंग से संप्रेषित हो। हम सभी अपने पूरे जीवन में विभिन्न आयोजनों में गए हैं, चाहे वह शादी हो, जन्मदिन समारोह हो, या कोई बड़ा संगीत समारोह हो। इवेंट प्रबंधन व्यवसायों को इवेंट के दिन समस्याओं से बचने के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाने की आवश्यकता होती है। जैसे कि बजट तय करना, सजावट योजना, स्थान, अतिथि सूची, भोजन इत्यादि। कुछ साल पहले लोगों को एहसास हुआ कि इसे प्रबंधित करना बहुत मुश्किल है, इसलिए उन्होंने पूरे आयोजन को संभालने के लिए इवेंट मैनेजर जैसे विशेषज्ञों को नियुक्त करना शुरू कर दिया। इवेंट मैनेजमेंट उन छात्रों के लिए एक बेहतरीन करियर मार्ग है जिनके पास रचनात्मक कल्पना और ठोस प्रबंधकीय कौशल हैं। प्रयास कभी-कभी थका देने वाला हो सकता है, लेकिन अंतिम परिणाम हमेशा सार्थक होता है।

 

किसी ब्रांड या संगठन की सफलता के लिए इवेंट महत्वपूर्ण हैं। इवेंट मैनेजमेंट क्यों चुनें? इवेंट प्लानर बड़ी सभाओं और कार्यक्रमों की योजना बनाने में अपने ग्राहकों की सहायता करते हैं। इस कैरियर पथ में कई अनूठे फायदे हैं और साथ ही विशेषज्ञों के लिए कुछ बाधाएं भी हैं। इस रोजगार के लाभों और कमियों को समझने से आपको यह निर्णय लेने में मदद मिल सकती है कि आप इवेंट मैनेजर के रूप में काम करना चाहते हैं या नहीं। नवप्रवर्तन की संभावनाएँ: आप घटनाओं और उत्सवों के विवरण के समन्वय के लिए एक इवेंट प्लानर के रूप में अपनी रचनात्मक क्षमताओं और प्रतिभाओं का उपयोग कर सकते हैं। आपके ग्राहक अलग-अलग पार्टी शैलियाँ चुन सकते हैं, जिससे आप प्रत्येक कार्यक्रम में रचनात्मक हो सकते हैं। कई इवेंट पर काम करें: एक इवेंट प्लानर अक्सर कई तरह के इवेंट पर काम करता है। उदाहरण के लिए, वे एक व्यावसायिक सम्मेलन, एक क्रिसमस पार्टी, एक संगीत समारोह या एक उत्पाद लॉन्च का आयोजन कर सकते हैं। परिणामस्वरूप, एक इवेंट मैनेजर के पास अक्सर एक रोमांचक पेशा और दिलचस्प कार्य होते हैं। आकर्षक नौकरी वृद्धि: इवेंट प्लानर अपने उद्योग में तेजी से नौकरी वृद्धि की उम्मीद कर सकते हैं। यूएस ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिक्स के अनुसार, बैठक, सम्मेलन और कार्यक्रम नियोजकों का 2020 और 2030 के बीच 18% तक विस्तार होने की उम्मीद है। कार्य वातावरण जो उत्पादकता बढ़ाता है: अपने कार्यक्रमों की जटिलताओं को व्यवस्थित और समन्वयित करने के लिए, इवेंट मैनेजर अक्सर समूहों में काम करते हैं।

 

यह उन्हें अपनी सीख को बढ़ाने और इवेंट मैनेजमेंट के नए तरीकों के साथ प्रयोग करने की अनुमति देता है। इवेंट मैनेजमेंट में शीर्ष करियर इवेंट मैनेजमेंट क्षेत्र में कुछ नौकरी के शीर्षक निम्नलिखित हैं। इवेंट मैनेजर की नौकरी की भूमिका यहां उद्योग और करियर विकास के आधार पर विभिन्न उपाधियों के साथ पेश की जाती है। 1. इवेंट प्लानर: टीम वर्क की कमी के कारण होने वाली गड़बड़ी से बचने के लिए एक इवेंट आयोजक काफी प्रयास करता है। वह कार्यक्रमों के आयोजन और अन्य सभी चीजों, जैसे ग्राहक बैठकें और स्थल की सफाई के लिए जिम्मेदार है। बजट तैयार करना, स्थानों की खोज करना और स्थानों की व्यवस्था करना सभी एक इवेंट समन्वयक के काम का हिस्सा हैं। वह प्रेस आउटरीच को संभालता है, प्रायोजकों और सेलिब्रिटी मेहमानों को प्राप्त करता है, और फूल विक्रेता, कैटरर्स और डीजे जैसे सहायक कर्मचारियों की निगरानी करता है। वह कार्यक्रम नियोजकों और समन्वयकों को भी सहायता प्रदान करता है। 2. एसोसिएट इवेंट सुपरवाइज़र: प्रासंगिक पाठ्यक्रमों को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद छात्रों को एसोसिएट स्तर पर नियुक्त किया जाता है।

 

यह उन छात्रों के लिए प्रवेश का प्रारंभिक स्तर है जो इवेंट मैनेजमेंट में काम करना चाहते हैं। वास्तविक दुनिया में चीजें कैसे काम करती हैं, इसकी बुनियादी समझ हासिल करने के लिए एसोसिएट इवेंट प्लानर इस अवधि के दौरान वरिष्ठों की देखरेख में काम करता है। 3. इवेंट मैनेजर: एक इवेंट मैनेजर योजना बनाने, समन्वय करने और क्रियान्वित करने का प्रभारी होता हैसभी आकार और प्रकार के विभिन्न प्रकार के आयोजन, जैसे खाद्य उत्सव, व्यावसायिक गतिविधियाँ, संगीत प्रदर्शन और सम्मेलन। एक इवेंट मैनेजर ग्राहकों से उनकी जरूरतों का विश्लेषण करने और इवेंट का लक्ष्य तय करने के लिए बात करता है। फिर इवेंट मैनेजर इवेंट की योजना बनाने के लिए आयोजकों, विक्रेताओं और अन्य विशेषज्ञों से मिलते हैं। इवेंट मैनेजर वित्तीय प्रबंधन के भी प्रभारी होते हैं। 4. कार्यक्रम आयोजक: कार्यक्रम आयोजक कार्यक्रमों की व्यवस्था और समन्वय के प्रभारी होते हैं। फर्म के आधार पर, आयोजन का आकार और शैली भिन्न हो सकती है।

 

वे ग्राहक के बजट को बनाने और प्रबंधित करने और उपयुक्त कार्यक्रम स्थलों की खोज, बुकिंग और समन्वय के लिए भी जिम्मेदार हैं। 5. लॉजिस्टिक्स मैनेजर: लॉजिस्टिक्स मैनेजर की मुख्य जिम्मेदारियां गोदाम सूची का प्रबंधन करना और इन्वेंट्री रिकॉर्ड रखना है। बजट का प्रबंधन करना और परिवहन कंपनियों का चयन करना, इसके अलावा उनके साथ दरों और अनुबंधों पर बातचीत करना। वे ग्राहकों की शिकायतों और मुद्दों को हल करने के लिए भी जिम्मेदार हैं। इवेंट मैनेजमेंट डिग्री के साथ करियर स्कोप इवेंट मैनेजमेंट भारत और विदेश दोनों में अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। उम्मीदवार सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में कई हाई-प्रोफ़ाइल कार्य अवसरों की खोज कर सकते हैं। जो छात्र इवेंट मैनेजमेंट में बीबीए पूरा करते हैं, वे उसी क्षेत्र में अपनी शिक्षा जारी रख सकते हैं और उसी क्षेत्र में एमबीए या पीएचडी की डिग्री हासिल करके आगे विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं। इवेंट मैनेजमेंट की डिग्री वाले उम्मीदवार कोर्स पूरा करने के बाद मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव, डिजाइनिंग एडमिनिस्ट्रेटर, शिक्षक, मीडिया रिलेशन मैनेजर और कई अन्य हाई-प्रोफाइल भूमिकाओं में काम कर सकते हैं।

 

सामान्य न्यूनतम वार्षिक आय 3,00,000 रुपये है, जो क्षेत्र में व्यावहारिक अनुभव के साथ बढ़ती है। भारत में इवेंट मैनेजमेंट का दायरा भारत में पिछले कुछ वर्षों में लाइव और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में वृद्धि ने दर्शकों की रुचि और उनके मनोरंजन के तरीकों को बदल दिया है। आजकल लोग अपने कलाकारों को ऑन-स्क्रीन देखने के बजाय उनके लाइव शो और परफॉर्मेंस देखना पसंद करते हैं। इसके अलावा, कनेक्टिविटी और सामान्य नेटवर्किंग की अवधारणा ने लोगों को लाइव मनोरंजन प्रस्तुति देखने के लिए इकट्ठा होने के लिए समान आधार प्रदान किया है। आनंद के तरीकों में इस बदलाव के परिणामस्वरूप इवेंट मैनेजमेंट की लोकप्रियता बढ़ी है। अधिक से अधिक युवा इवेंट मैनेजमेंट में अध्ययन करने के इच्छुक हैं, जिसमें करियर के विकास की उज्ज्वल संभावनाएं हैं।

 

इवेंट मैनेजमेंट में अध्ययन पूरा करने के बाद युवा पेशेवर निम्नलिखित उद्योगों में रोजगार पा सकते हैं: वेडिंग प्लानिंग- वेडिंग मैनेजमेंट इंडस्ट्री हमारे देश में सबसे संपन्न व्यवसायों में से एक है। शादियाँ हमारी संस्कृति और परंपरा का एक शुभ हिस्सा हैं। एक अध्ययन के मुताबिक, भारतीय वेडिंग मैनेजमेंट इंडस्ट्री हर साल लगभग 1,00,000 करोड़ रुपये कमाती है। और यह राशि हर साल 25-30% बढ़ जाती है। इस प्रकार, इवेंट रिटेलर भव्य समारोहों द्वारा बढ़ाई गई इस बड़ी संख्या में शादियों के साथ अपने परिचालन का भरपूर लाभ उठा सकते हैं। कॉर्पोरेट सभाएँ- कंपनी पुरस्कार समारोह, प्रेस कॉन्फ्रेंस और अन्य संगठनात्मक कार्यक्रमों के लिए कार्यक्रम आयोजकों की ओर से उच्च स्तर की ईमानदारी और कौशल-सेट निष्पादन की आवश्यकता होती है। परिणामस्वरूप, इस बाज़ार में प्रवेश करने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति को विभिन्न कॉर्पोरेट इवेंट प्रबंधन रणनीतियों में नौकरी पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा, इन रणनीतियों को वैचारिक प्रासंगिकता के साथ एकत्रित करने से इस उद्योग में इवेंट मैनेजरों के विकास पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा। व्यापार मेलों- भारत में उद्योग के इस क्षेत्र में उल्लेखनीय विस्तार देखा गया है। यह ज्यादातर स्थापित संगठनों और नए स्टार्ट-अप के बीच बढ़ती बिजनेस नेटवर्किंग के कारण है। आश्चर्यजनक रूप से, इस क्षेत्र पर उद्योग से जुड़ने के इच्छुक आवेदकों का सबसे कम ध्यान जाता है। इसका मुख्य कारण विवाह प्रबंधन उद्योग में ग्लैमर की कमी है। प्रमोशनल इवेंट- यह ज्यादातर स्थापित संगठनों और नए स्टार्ट-अप के बीच बढ़ती बिजनेस नेटवर्किंग के कारण है। आश्चर्यजनक रूप से, इस क्षेत्र पर उद्योग से जुड़ने के इच्छुक आवेदकों का सबसे कम ध्यान जाता है। इसका मुख्य कारण विवाह प्रबंधन उद्योग में ग्लैमर की कमी है। सामाजिक कार्यक्रम- नवागंतुकों के लिए सामाजिक कार्यक्रम इवेंट क्षेत्र में एक शानदार प्रवेश बिंदु हैं।

 

भारत में यह क्षेत्र हर साल लगभग 20% की दर से बढ़ रहा है, जिससे यह हमारी प्रबंधन प्रतिभाओं और आकांक्षाओं का परीक्षण करने के लिए एक मूल्यवान उद्योग बन गया है। संक्षेप में, अद्भुत प्रबंधन परिणाम प्रदान करते हुए आपके उत्साह को बनाए रखने के लिए सामाजिक कार्यक्रम एक उत्कृष्ट रोजगार विकल्प हैं। नौकरी की स्थिति के आधार पर औसत वेतन इवेंट मैनेजमेंट एक आशाजनक और फायदेमंद विकल्प है। उम्मीदवार जॉब प्रोफाइल की एक विस्तृत श्रृंखला में उच्च-भुगतान वाले रोजगार पा सकते हैं। वे इवेंट मैनेजर, प्रमोशन मैनेजर, डिजाइनिंग एक्जीक्यूटिव, इवेंट कोऑर्डिनेटर, सेलिब्रिटी मैनेजर, जनसंपर्क अधिकारी आदि के रूप में काम कर सकते हैं। विजय गर्ग सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य शैक्षिक स्तंभकार मलोट

 

युवाओं को समर्पित  वंदे भारत

 

 

हे युवाओं,देश बचाओ

हम करते तुम्हारा आव्हान

तुम ही भविष्य भारत का हो

तुमसे ही अब देश की पहिचान ।।

 

मन के उपवन में हे युवाओं,

कुछ ऐसे उपजाओ विचार

मन कर्म भूमि में रम जाए

चैतन्य रथ पर होके सवार ।।

 

भारत मां के लाल तुम्हीं हो

देश का वर्तमान तुम्हीं हो

तुम्हीं नीव बनो अब भारत की

देश का गौरव अभिमान तुम्हीं हो ।।

 

दूर हो निर्विघ्न ही विकार तुम्हारे,

देश हित में कोई करो काम तो

करना स्वामी विवेकानंद का ध्यान

युवाओं में सफल जिनकी पहचान ।।

 

©®आशी प्रतिभा ( स्वतंत्र लेखिका) 

 

मन में राम 

मन में राम 

 

राम नाम बहुत सुखदाई

जो जाप करे सो ,

अनंत सुख पाई ।।

 

मन में मेरे श्री राम बसे

कण कण में श्री राम बसे

अनन्य भक्ति रस में डूबी नगरी

अयोध्या मेरे भारत में बसे ।।

 

फिर भी धरा पर देखो कितने,

मेरे प्रभु श्री राम पर कष्ट पढ़े।

चौदह बरस का वनवास लेकर,

अयोध्या माता की खातिर छोड़ गए ।।

 

जिसने जन्म लिया भारत में

आज उसका अस्तित्व मिटने को

उमर पड़ी थी भीड़ बहुत ही

जब बाबर मस्जिद बनाने को।।

 

तब सत्य सनातन जगा फिर

राम को न्याय दिलाने को

संघर्ष बहुत था मन में सबके

श्री राम का मंदिर बनवाने को ।।

 

मर्यादा पुरुषोत्तम राम हैं

आज सत्य प्रगट यह होता हैं

अपनी मर्यादा में रहकर ही देखो,

न्ययालय से जीती आज अयोध्या हैं।।

 

©®आशी प्रतिभा दुबे (स्वतंत्र लेखिका)

मध्य प्रदेश, ग्वालियर

भारत

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