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दिल्ली

राजनाथ सिंह सोमवार को करेंगे डिफकनेक्ट 2024 का उद्घाटन

राजनाथ सिंह सोमवार को करेंगे डिफकनेक्ट 2024 का उद्घाटन

नयी दिल्ली: उभरती सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए स्वदेशी नवाचार और साझीदारी को बढ़ावा देने के वास्ते सोमवार को यहां डिफकनेक्ट 2024 का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे।
इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस-डिफेंस इनोवेशन ऑर्गनाइजेशन (आईडीईएक्स-डीआईओ) मानेकशॉ सेंटर में डिफकनेक्ट 2024 का आयोजन कर रहा है। डिफकनेक्ट 2024 देश के रक्षा नवाचार परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो सशस्त्र बलों, रक्षा उद्योग के प्रमुख उद्यमियों, स्टार्ट-अप, शिक्षाविदों और नीति निर्माताओं सहित सभी महत्वपूर्ण हितधारकों को एक साथ लाता है।

इस आयोजन का उद्देश्य सार्थक जुड़ाव को बढ़ावा देना, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करना और रक्षा क्षेत्र में सहयोग, नवाचार एवं उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एक परिवर्तनकारी मंच बनने के लिए होना है। यह आयोजन रक्षा क्षेत्र में भारत के अग्रणी उद्योगों से बड़ी संख्या में नवप्रवर्तकों और निवेशकों को आकर्षित करेगा।
आईडीईएक्स का ढांचा सैन्य कर्मियों को सह-विकास मॉडल के तहत नवप्रवर्तकों के साथ काम करने की अनुमति देता है। वे अंतिम-उपयोगकर्ता, नोडल और डोमेन विशेषज्ञ के रूप में कार्य करते हैं। यह सहयोग अंतिम उपयोगकर्ता की विशेषज्ञता और अंतर्दृष्टि का लाभ उठाकर नवाचार को निर्देशित करने और मौजूदा प्लेटफार्मों में प्रगति को सुचारू रूप से एकीकृत करने में मदद करता है।अब तक, आईडीईएक्स ने डिफेंस इंडिया स्टार्ट-अप चैलेंज के 10 राउंड और ओपन चैलेंज के 11 राउंड लॉन्च किए हैं, जिनमें ट्राई-सर्विसेज रक्षा अंतरिक्ष एजेंसी, रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, भारतीय तट रक्षक, सीमा सड़क संगठन और अन्य एजेंसियाें की चुनौतियों के खिलाफ व्यक्तिगत इनोवेटर्स और स्टार्ट-अप से 9,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं।

 

इस कार्यक्रम में आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मद्देनजर ‘परिवर्तन की वाहक महिलाएं’ विषय पर एक महिला पैनल चर्चा भी होगी। आईडीईएक्स विजेताओं द्वारा विकसित अत्याधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन सभी आगंतुकों के लिए मुख्य आकर्षण होगा। यह आईडीईएक्स स्टार्ट-अप से मिलने और उनकी नवीन तकनीकों को समझने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 2018 में लॉन्च किया गया आईडीईएक्स, अनिवार्य रूप से रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों में विभिन्न हितधारकों के लिए एक एकीकृत मंच प्रदान करता है। यह इस विशिष्ट क्षेत्र में प्रौद्योगिकी विकास और संभावित सहयोग की निगरानी के लिए अम्ब्रेला संगठन की तरह कार्य करता है।

उत्तर प्रदेश के रत्नेश शाक्य ने खोजा विभाज्यता का महासूत्र

उत्तर प्रदेश के रत्नेश शाक्य ने खोजा विभाज्यता का महासूत्र

दिल्ली/संवाददाता: भारत सरकार ने डेढ़ साल परखने के बाद दिया कॉपीराइट रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट। यह सर्टिफिकेट विश्व के 177 देशों में मान्य है।
उत्तर प्रदेश के जनपद मैनपुरी में स्थित भोगांव के गणित शिक्षक रत्नेश कुमार ने विभाज्यता के महासूत्र की खोज की है। रत्नेश शाक्य ने एक छोटे गणितज्ञ’ होकर विभाज्यता का ऐसा
नियम पेश किया है, जिससे प्रत्येक प्राकृतिक संख्या के लिए पल भर में विभाज्यता का नियम बनाया जा सकता है। इस खोज के बाद अब हजारों -लाखो अलग-अलग परम्परागत विभाज्यता के
नियमों को रटने की विशेष जरूरत नहीं पड़ेगी।
आधी लाइन का सिर्फ रत्नेश फॉर्मूला याद कीजिए और सेकण्डों में मन चाही प्राकृतिक संख्या के लिए विभाज्यता के नियम बना लीजिए।

भारत सरकार ने रत्नेश शाक्य के महासूत्र को नया रतन मानते हुए कॉपीराइट दे दिया है।

जनपद मैनपुरी के कस्बा भोगांव के मोहल्ला मोहम्मद सईद निवासी स्व0 हरीराम शाक्य एवं शारदा देवी शाक्य के घर 5 जून 1983 को रत्नेश कुमार का जन्म हुआ। रत्नेश शाक्य 2006 में एमबीए की तैयारी कर रहे थे। किताब में उन्हें विभाज्यता के 20 तक के नियम मिल रहे थे। उनके दिमाग में उथल-पुथल हुई कि आगे की संख्याओं के लिए भी कुछ विशेष होना चाहिए। ऐसे में उन्होंने आगे की संख्याओं के लिए फार्मूले पर काम करना शुरू किया। अभाज्य संख्या
में उन्हें ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। मगर रत्नेश ने हार नहीं मानी। छह साल तक वह विभाज्यता का महासूत्र खोजने में लगे रहे। आखिरकार 2011 में उन्हें कामयाबी मिल गई। चार दिसंबर 2011 को उन्होंने भोगांव में गणित के विशेषज्ञों के सामने अपने महासूत्र को प्रस्तुत किया। तो उपस्थित विशेषज्ञों ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए सूत्र की प्रशंसा की।

 

कई देशों में इस महासूत्र के फार्मूले को कॉपीराइट कराने के लिए भेजा। वहां से जवाब आया कि भारत में ही इसका कॉपीराइट ले लें, इसके बाद यह दुनिया भर में स्वयं कॉपीराइट हो जाएगा। इसके बाद उन्होंने विभाज्यता का महासूत्र एवं दशक नियम नाम से पुस्तक लिखी। 11 अप्रैल 2012 को भारतीय कॉपीराइट कार्यालय नई दिल्ली में कॉपीराइट के लिए आवेदन किया। उनकी पुस्तक में दिए गए सिद्धांत के बाद भारत सरकार ने 11 सितंबर 2013 को कापीराइट सर्टिफिकेट प्रदान कर दिया। इसके बाद 2017 में विभाज्यता के तीव्रतम महासूत्र एवं 2020 में संख्या बटे शून्य पर भी भारत सरकार रत्नेश कुमार को कापीराइट प्रदान कर चुकी है।
रत्नेश महासूत्र के सम्बन्ध में आगरा कॉलेज के गणित के प्रोफेसर डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि अब तक हर नंबर के लिए विभाज्यता का अलग नियम होता है। मगर रत्नेश ने अपने फार्मूले में सभी संख्याओं के लिए एक कॉमन नियम बना दिया है। यह सब संख्याओं पर काम करेगा। इस महासूत्र से केलकुलेशन प्रोसेज आसान होगा।इस सूत्र को छठवीं कक्षाओं से ही बच्चों को पढ़ाया जाए तो आगे प्रतियोगी परीक्षाओं मेंउन्हें परेशानी नहीं होगी।

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महाउपयोगी
आईएएस, पीसीएस,एसएससी, रेलवे, टैट, बैंक जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए
रत्नेश का फॉर्मूला सवाल हल करने के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगा।

रत्नेश का कहना है कि केंद्र या राज्य सरकार या स्वयं सेवी संस्थाएं या गणितज्ञों की ओर से उनको अगर प्रोत्साहन और मार्गदर्शन मिले तो वह इस क्षेत्र में और भी काम कर सकते हैं।
अभी वह कई और महासूत्रों पर काम कर रहे हैं।
यह है रत्नेश महासूत्र
SRU=(10-U)×r+u×(R+1)

गणित के महासूत्र की विशेषताएं रत्नेश ने बताया कि इस सूत्र का प्रयोग करने पर यदि योगफल(एसआरयू) निरीक्षित की जाने वाली भाज्य संख्या से अधिक आता है तो निरीक्षित की जाने वाली भाज्य संख्या, भाजक से विभाजित नहीं होगी। जबकि इस सूत्र का प्रयोग करने पर यदि योगफल निरीक्षित की जाने वाली संख्या के बराबर आता है तो निरीक्षित की जाने वाली भाज्य संख्या, भाजक से निश्चित रूप से विभाजित होगी। तथा यदि योगफल का मान विभाजित की जाने वाली संख्या से कम आता है तो दी गई संख्या, भाजक से विभाजित हो भी सकती है तथा नहीं भी दोनों तरह की संभावना रहती है। उन्होंने बताया कि इस सूत्र से अनंत को छोड़कर किसी भी प्राकृतिक संख्या के लिए विभाज्यता का नियम पल भर में बनाया जा सकता है।

मुख्य तथ्य
(1) विभिन्न राष्ट्रीय पत्रिकाओं (पांचजन्य, सामान्य ज्ञान दर्पण, प्रतियोगिता दर्पण, धम्म देशना, कुशवाहा पंचशील संदेश पत्रिका ) तथा शैक्षणिक वेबसाइट ( एजुकेशन मिरर, राष्ट्र की बात, मानव टुडे) पर रत्नेश का गणितीय लेख प्रकाशित हो चुका है।
(2) इस महा उपयोगी खोज के लिए विभिन्न संस्थाएं रत्नेश को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित कर चुकी हैं।
(3) ऑल इंडिया रेडियो तथा विभिन्न समाचार चैनल भी रत्नेश की इस खोज की खबर को बता चुके हैं।
(4) इस सूत्र से संबंधित यूट्यूब वीडियो Great Formula of Divisibility को 10000 से ज्यादा लोग देखकर लाभान्वित हो चुके हैं।
(5) इस सूत्र के अलावा रत्नेश अन्य सूत्रों पर भी कार्य कर रहे हैं।
(6) रत्नेश अब तक उत्तर प्रदेश की 100 से अधिक शैक्षणिक संस्थाओं में विभाज्यता के महासूत्र का प्रदर्शन कर चुके हैं।इन संस्थाओं के गणित के कई छात्रों / विद्वान शिक्षकों / प्रवक्ताओं/ प्रधानाध्यापकों/ प्राचार्यों/ निदेशकों ने अपने-अपने शब्दों में आश्चर्य व्यक्त करते हुए इस महासूत्र के प्रयोग, महत्व एवं उपयोगिता की भूरि-भूरि प्रशंसा की है।

महासूत्र के व्यावहारिक लाभ एवं उपयोग

(1) इसकी सहायता से प्रत्येक छोटी से छोटी तथा बड़ी से बड़ी प्राकृतिक संख्या के लिए विभाज्यता के नियम बनाए जा सकते हैं, अर्थात यह सूत्र महाव्यापक है, इसलिए इसे विभाज्यता का महासूत्र कहा गया है।

(2) इसकी सहायता से विभाज्यता के नियम कुछ ही सेकण्डों में बनाए जा सकते हैं। अतः यह सूत्र समय की बहुत बचत करता है।

(3) गणित के छात्रों को अभाज्य संख्याओं के नियम याद रखने में बहुत अधिक कठिनाई होती है, इस कठिनाई को विभाज्यता के महासूत्र ने जड़ से समाप्त कर दिया है। इस सूत्र की सहायता से सभी अभाज्य संज्याओं के लिए विभाज्यता के नियम कुछ ही सेकण्डों में बनाए जा सकते हैं। इसके लिए कोई शर्त याद रखने की जरूरत नहीं पड़ती है।

(4) इस सूत्र की खोज होने से अब परम्परागत नियमों को रटने की विशेष आवश्यकता नहीं पड़ेगी। अतः यह सूत्र रटने की क्रिया को हतोत्साहित करता है।

(5) चूंकि इस सूत्र की सहायता से असंख्य संख्याओं के नियमों का सृजन किया जा सकता है अतः यह सूत्र सृजनात्मकता को बढ़ावा देता है।
ध्यान देने योग्य तथ्य है कि NCERT के पाठ्यक्रम में रटने की क्रिया को हतोत्साहित करने वाली एवं सृजनात्मकता को बढ़ावा देने वाली विषयवस्तु को सम्मिलित किया जाता है। NCERT की पाठ्यक्रम निर्णायक समिति विभाज्यता के महासूत्र को पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने पर विचार कर रही है।

(6) इस सूत्र की सहायता से अभाज्य ही नहीं वल्कि प्रत्येक भाज्य संख्या के लिए भी विभाज्यता के नियम कुछ ही सेकण्ड में बनाए जा सकते हैं।

(7) सबसे अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि यह महासूत्र विभाज्यता के नियमों तक ही सीमित नहीं है वल्कि इसकी सहायता से असंख्य पूर्ण संख्याओं को 10 समूहों (10 संख्या परिवारों) में बांट दिया गया है। अतः यह महासूत्र सम्पूर्ण गणित के लिए महाउपयोगी सिद्ध होगा।

 

प्रोजेक्ट साइट पर सो रहा था प्रॉपर्टी डीलर, कार सवार दो युवकों ने गोली मारकर की हत्या

प्रोजेक्ट साइट पर सो रहा था प्रॉपर्टी डीलर, कार सवार दो युवकों ने गोली मारकर की हत्या

प्रोजेक्ट साइट पर सो रहा था प्रॉपर्टी डीलर, कार सवार दो युवकों ने गोली मारकर की हत्या

गुड़गांव: पालम विहार के सेक्टर 22 में एक निर्माणाधीन मकान के अंदर सो रहे प्रॉपर्टी डीलर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। कार में सवार होकर आए दो युवकों ने इस वारदात को अंजाम दिया। वारदात के दौरान केयर टेकर भी वहीं पर था। उसी ने मृतक के घरवालों को घटना की सूचना दी। वारदात के बाद आरोपी वहां से कार से ही फरार हो गए। सूचना पाकर डीसीपी, एसीपी और क्राइम ब्रांच की टीमें मौके पर पहुंचीं। रविवार शाम शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया। पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पालम विहार थाना पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच की टीमें इस मामले की जांच कर रही हैं। आपसी रंजिश या प्रॉपर्टी विवाद समेत दूसरे एंगल से इस मामले की जांच की जा रही है।

 

कार से आए थे बदमाश
डूंडाहेड़ा गांव निवासी 40 वर्षीय धर्मेश यादव प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था। वह फ्लोर बनाकर उसे बेचने का भी काम करता था। उसने अब सेक्टर 22 के प्लॉट नंबर 465 पर एक बिल्डिंग बनाने का काम शुरू किया था। कई माह से यह काम चल रहा था। यहां पर कुछ दिन से लेबर नहीं होने के कारण गार्ड ने अपने मालिक से कहा कि उसे रात को डर लगता है। वह भी उसके साथ सोया करें। इसके बाद तीन दिन से धर्मेश भी अपनी साइट पर सो रहा था। पुलिस के मुताबिक रात करीब दो बजे एक ग्रे कलर की कार में दो युवक इस साइट पर पहुंचे। इन्होंने साइट के सामने ही कार खड़ी की। बताया जा रहा है कि दोनों ने नकाब पहन रखा था। इसके बाद दोनों अंदर गए। यहां पर चादर में मुंह ढक कर सो रहे धर्मेश के सिर में दो गोली मार दी। इस वारदात के दौरान गार्ड भी वहीं पर था। इसके बाद वह लोग वहां से कार लेकर फरार हो गए। कार ग्रे कलर की और बिना नंबर प्लेट की थी।

थाना पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच को केस की जांच में लगाया गया है। आरोपी ग्रे कलर की बिना नंबर की स्विफ्ट कार में आए थे। सीसीटीवी फुटेज में कार दिखी है। शव को पोस्टमॉर्टम के बाद घरवालों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दीपक सहारण, डीसीपी वेस्ट

सीसीटीवी फुटेज में दिखी कार
इस साइट के सामने मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कार की फुटेज आई है। गार्ड ने इस वारदात के बाद मृतक के परिजनों को इसकी सूचना दी। मृतक के परिजनों ने मौके पर पहुंचकर देखा तो धर्मेश लहूलुहान पड़ा था और उनकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद मृतक के परिजन पालम विहार थाने गए। यहां पर पुलिस को इसकी सूचना दी। घरवालों का आरोप है कि सूचना के बाद काफी देर बाद पुलिस आई। डीसीपी वेस्ट के अलावा पालम विहार और बजघेड़ा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। क्राइम ब्रांच को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की लेकिन परिजनों ने शव को पुलिस के कब्जे में देने और शिकायत करने से इनकार कर दिया।

 

मृतक के चाचा गजराज सिंह ने बताया कि उनको हत्या की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे। थाने में जब सूचना दी तो वहां मौजूद दो कर्मचारियों ने पीसीआर पहुंचने की बात कही। उनके भतीजे के साथ सोए गार्ड ने पुलिस को अपना बयान दिया है। पुलिस के समझाने के बाद परिजनों ने रविवार दोपहर बाद शिकायत दी। मृतक के पिता की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है।

भारत ने पाकिस्तान को लताड़ा, ‘अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए इस मंच का दुरुपयोग न करें’

भारत ने पाकिस्तान को लताड़ा, ‘अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए इस मंच का दुरुपयोग न करें’

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नई दिल्ली: भारत ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 77वें सत्र में अपने संबोधन के दौरान ‘भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाने’ के लिए पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ को लताड़ लगाई है। एक कड़े संदेश में संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन के पहले सचिव, मिजिटो विनिटो ने 26/11 के भीषण मुंबई हमले के पीछे आतंकवादियों को पनाह देने के लिए पाकिस्तान की खिंचाई की और उस पर सीमा पार आतंकवाद को प्रायोजित करने का आरोप लगाया।

मिजिटो विनिटो ने कहा कि यह खेदजनक है कि पाकिस्तान के पीएम ने भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के लिए इस सभा का मंच चुना। उसने अपने ही देश में कुकर्मों को छिपाने और भारत के खिलाफ कार्रवाई को सही ठहराने के लिए ऐसा किया है।

‘झूठे आरोप लगाने से पहले खुद की काली करतूत के बारे में बताना चाहिए’

प्रथम सचिव मिजिटो विनिटो ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि एक देश जो दावा करता है कि वह अपने पड़ोसियों के साथ शांति चाहता है, वह कभी भी सीमा पार आतंकवाद को प्रायोजित नहीं करेगा और न ही मुंबई आतंकवादी हमले के योजनाकारों को आश्रय देगा। शांति की बात करके आतंकवाद फैलाना आपका काम है।

भारतीय राजनयिक मिजिटो विनिटो ने कहा कि पाकिस्तान को भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाने से पहले खुद की काली करतूत के बारे में बताना चाहिए। विंटो ने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर पर दावा करने के बजाय इस्लामाबाद को सीमा पार आतंकवाद को रोकना चाहिए।

‘अल्पसंख्यकों पर अत्याचार लगातार जारी’

विनीटो ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार लगातार जारी है। अल्पसंख्यक समुदाय की हजारों युवा महिलाओं को अपहरण किया जा रहा है। उन्होंने पाकिस्तान में हिंदू, सिख और ईसाई परिवारों की लड़कियों के जबरन अपहरण और शादी की हालिया घटनाओं का जिक्र किया। पाकिस्तान में जबरन धर्मांतरण की घटनाएं भी सबके सामने हैं। राजनयिक ने कहा कि यह मानवाधिकार, अल्पसंख्यक अधिकारों और बुनियादी शालीनता से जुड़ा मामला है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने क्या आरोप लगाए?

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को कहा था कि PAK भारत के साथ अमन चाहता है, लेकिन दक्षिण एशिया में स्थायी शांति व स्थिरता कश्मीर मुद्दे के उचित समाधान पर निर्भर करती है। शरीफ ने दावा किया, ‘जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को बदलने के लिए 5 अगस्त, 2019 को भारत के अवैध और एकतरफा कदम ने शांति की संभावनाओं को और कमतर किया है और क्षेत्रीय तनाव को भड़काया है।

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एक्शन में आई धामी सरकार, पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पर आधी रात गरजा बुलडोजर

एक्शन में आई धामी सरकार, पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पर आधी रात गरजा बुलडोजर

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नई दिल्ली: उत्तराखंड में अंकिता भंडाकी हत्याकांड मामले में धामी सरकार एक्शन में आ गई है। सीएम पुष्कर सिंह धामी के आदेश के बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। देर आरोपी पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पर देर रात उत्तराखंड की धामी सरकार का बुलडोजर गरजा। रिजॉर्ट के अवैध ढांचे को तोड़ दिया गया।

एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम के विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने बताया कि सीएम के आदेश पर पुलकित आर्य के ऋषिकेश के वनतारा रिजॉर्ट पर बुलडोजर चला। पुलिस ने बताया कि सभी आरोपियों को पकड़ लिया गया है।

पूर्व राज्य मंत्री का बेटा है मुख्य आरोपी

18 सितंबर को अंकिता भंडारी संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी। पुलिस ने रिजोर्ट के मालिक पुलकित आर्य और मैनेजर सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ की गई है। अंकिता की हत्या के माले में पुलिस ने रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है। सभी के खिलाफ IPC के कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य का बेटा है।

अंकिता की हत्या के बाद से स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा है

शुक्रवार को उत्तराखंड पुलिस ने अंकिता का शव बरामद कर लिया गया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान अंकिता के परिवार वालों समेत सैकड़ों की संख्या में महिला थाने पर पहुंच गई। उन्होंने आरोपियों को ले जा रही पुलिस की गाड़ी को रोक लिया। घेराव करते हुए हंगामा किया।

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लॉरेंस बिश्नोई को दिल्ली पुलिस की हिरासत से फरार करने की फिराक में गिरोह के सदस्य: सूत्र

लॉरेंस बिश्नोई को दिल्ली पुलिस की हिरासत से फरार करने की फिराक में गिरोह के सदस्य: सूत्र

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लॉरेंस बिश्नोई को दिल्ली पुलिस की हिरासत से फरार करने की फिराक में गिरोह के सदस्य: सूत्र

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह के सदस्य उसे पुलिस हिरासत से मुक्त करने का प्रयास कर सकते हैं। सूत्रों ने आगे बताया कि अपने भाई अनमोल बिश्नोई के रास्ते पर चलकर लॉरेंस देश से भाग सकता था।

केंद्रीय एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक, अगर लॉरेंस को कोर्ट से जमानत मिल जाती है तो उसके देश से भाग जाने की आशंका ज्यादा है। उधर, जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि 29 वर्षीय सिद्धू मूसे वाला पर उसके गिरोह के लिए गाने का दबाव बनाया गया। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा कि दोनों गैंगस्टर, लॉरेंस और गोल्डी बरार चाहते थे कि मूसे वाला उनके लिए गाए।

लॉरेंस के गुर्गों ने सिद्धू मूसे वाला को कई बार धमकी भी दी थी, जिसके चलते वह बंबिहा गैंग के संपर्क में आ गया था। सूत्रों ने कहा कि सिद्धू मूसे वाला की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार पूर्वोत्तर राज्यों और यूपी से आए थे।

सूत्रों ने आगे बताया कि लॉरेंस बिश्नोई आज तक किसी भी हत्या में सीधे तौर पर शामिल नहीं रहा। हालांकि, वह अपने नेटवर्क के जरीए फिरौती और हत्या की साजिश में लिप्त रहा। ऑपरेशन के बाद, वह अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए बार-बार गिरोह बदलता था।

इस बीच सिद्धू मूसे वाला के नाम से मशहूर गायक-राजनेता शुभदीप सिंह की दिन दहाड़े हत्या की जांच कर रहे पंजाब पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मंगलवार को जानकारी दी कि इस मामले में अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

एसआईटी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि उन्हें रसद सहायता प्रदान करने, रेकी करने और गायक के निशानेबाजों को पनाह देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने यह भी कहा कि उन्होंने चार निशानेबाजों की पहचान की है जो 29 वर्षीय पंजाबी गायक की हत्या में शामिल थे।

गिरफ्तार लोगों की पहचान हरियाणा के सिरसा निवासी संदीप सिंह उर्फ केकड़ा, बठिंडा के तलवंडी साबो निवासी मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना, फरीदकोट के धाईपई निवासी मनप्रीत भाऊ, अमृतसर के डोडे कलसिया गांव के सराज मिंटू, तखत-मॉल निवासी प्रभदीप सिद्धू उर्फ पब्बी के रूप में हुई है। हरियाणा, सोनीपत, हरियाणा के रेवली गांव के मोनू डागर, पवन बिश्नोई और नसीब दोनों हरियाणा के फतेहाबाद के रहने वाले हैं।

दूसरी ओर, मुंबई पुलिस को बॉलीवुड मेगास्टार सलमान खान और उनके पिता, लेखक सलीम खान को जान से मारने की धमकी में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की संभावित संलिप्तता का संदेह है। मुंबई पुलिस की एक टीम की खान परिवार को धमकी देने में बिश्नोई की संदिग्ध संलिप्तता पर पूछताछ करने के लिए नई दिल्ली जाने की संभावना है।

 

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पीएम मोदी टीकाकरण पर आज करेंगे समीक्षा, कम टीकाकरण वाले जिलों के डीएम रहेंगे मौजूद

पीएम मोदी टीकाकरण पर आज करेंगे समीक्षा, कम टीकाकरण वाले जिलों के डीएम रहेंगे मौजूद

New Delhi : देश में चल रहे कोरोना टीकाकरण की समीक्षा आज पीएम मोदी करेंगे. आज दोपहर 12 बजे टीकाकरण को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे. इस बैठक में 40 जिलों के जिलाधिकारी मौजूद रहेंगे. इस बैठक में झारखंड, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय और अन्य राज्यों में कम टीकाकरण कवरेज वाले जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे.अब तक कुल 106.79 करोड़ डोज लग चुके है कोरोना से बचाव का एक मात्र उपाय टीकाकरण है.

जिसे लेकर देश में अभियान चलाया जा रहा है जिसे अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण हो सके. अब तक देश में कुल 106.79 करोड़ डोज दिये जा चुके है. एक नवंबर को 47 लाख से ज्यादा खुराक लगाई गई.पिछले 24 घंटे में 10,423 नए मामले सामने आयेवहीं कोरोना मरीजों की संख्या में भी कमी आयी है. 2 नवंबर को 10,423 नए मामले सामने आए जबकि सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 1,53,776 हो गयी है. पिछले 24 घंटों में सामने आए नए मामलों के बाद देश में संक्रमण की चपेट में आ चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 3,42,96,237 हो गई है. 24 घंटे में कोरोना से 443 लोगों की मौत हुई है. केंद्रीय मंत्रालय ने बताया कि मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों की 0.45 प्रतिशत है. जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है जबकि कोरोना से स्वस्थ होने की दर 98.21 प्रतिशत है.

Drugs Case: समीर वानखेड़े पर भष्ट्राचार के आरोपों की जांच करने कल मुंबई जाएगी एनसीबी की टीम

Drugs Case: समीर वानखेड़े पर भष्ट्राचार के आरोपों की जांच करने कल मुंबई जाएगी एनसीबी की टीम

समीर वानखेड़े पर भष्ट्राचार के आरोपों की जांच करने कल मुंबई जाएगी एनसीबी की टीम।

आर्यन खान ड्रग्स केस की में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े समेत अन्य अधिकारों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए की एजेंसी की पांच सदस्यीय टीम बुधवार को दिल्ली से मुंबई जाएगी।

नई दिल्ली, एएनआइ। आर्यन खान ड्रग्स केस की में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े समेत अन्य अधिकारों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए की एजेंसी की पांच सदस्यीय टीम बुधवार को दिल्ली से मुंबई जाएगी। सूत्रों के अनुसार टीम में डीडीजी एनसीबी ज्ञानेश्वर सिंह के साथ 4 अन्य एनसीबी अधिकारी शामिल होंगे। बता दें कि आरोप प्रभाकर सैल द्वारा लगाया गया है, जो इस मामले में गवाह है। उसने दावा किया है कि ड्रग्स केस में आरोपी बालीवुड के अभिनेता शाह रुख खान के बेटे आर्यन खान को छोड़ने के लिए वानखेड़े और कुछ अधिकारियों ने 25 करोड़ रुपये की मांग की थी।

वानखेड़े ने इन आरोपों से इन्कार किया है। साथ ही वह आज दिल्ली स्थित एनसीबी के दफ्तर पहुंचे थे। उन्होंने यहां करीब दो घंटे गुजारे। दिल्ली पहुंचने के बाद सोमवार को उन्होंने कहा था कि उन्हें समन नहीं किया गया है। वे किसी और काम से यहां आए हैं। वे मामले की निष्पक्षता से जांच कर रहे हैं। उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद है। आर्यन खान ड्रग्स मामले में गवाह प्रभाकर सैल ने इंटरनेट मीडिया पर बीते दिनों एक हलफनामा तैयार करके एनसीबी पर आरोप लगाते हुए उसने कहा कि उससे 10 सादे कागजों पर दस्तखत करवाए गए। यही नहीं उसने इसी मामले के एक अन्य गवाह द्वारा समीर वानखेड़े को आठ करोड़ रुपये देने की बात करते हुए सुनने का हवाला भी दिया। रविवार को सामने आए हलफनामें के एनसीबी के सतर्कता विभाग ने जांच शुरू कर दी है।

बता दें कि वानखेड़े और महाराष्ट्र के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ड्रग्स मामले की जांच को लेकर आमने-सामने हैं। एनसीबी की एक टीम ने 2 अक्टूबर को कार्डेलिया क्रूज जहाज पर एक कथित ड्रग्स पार्टी का भंडाफोड़ किया, जो गोवा जा रही थी। इस मामले में अब तक आर्यन खान सहित कुल 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

Aryan Khan Drugs Case UPDATE: बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई कल के लिए स्थगित, आर्यन की ज़मानत पर अब फैसला कल

Aryan Khan Drugs Case UPDATE: बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई कल के लिए स्थगित, आर्यन की ज़मानत पर अब फैसला कल

नई दिल्ली, जेएनएन। ड्रग्स केस में फंसे आर्यन ख़ान इस वक्त मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद हैं। आर्यन की ज़मानत पर आज बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया। बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस मामले पर अपना फैसला सुरक्षित रखते हुए सुनवाई को कल यानी 27 अक्टूबर तक के लिए टाल दिया है। अब इस केस में सुनवाई कल होगी।

बताते चलें कि 20 अक्टूबर को मुंबई की सेशंस कोर्ट ने भी आर्यन की ज़मानत याचिका खारिज कर, उन्हें 30 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। लेकिन इसी बीच आर्यन के वकील ने बॉम्बे हाईकोर्ट में ज़मानत याचिका दाखिल कर दी थी जिस पर आज सुनवाई की गई थी।

Aryan Khan Bail Hearing LIVE UPDATES :

क्रूज ड्रग्स केस पर फैसला सुरक्षित रखते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने सुनवाई को कल तक के लिए टाल दिया है। आर्यन की ज़मानत अर्जी पर अब कल सुनवाई होगी।

मुझे किसी विवाद से कोई लेना देना नहीं है, और ना ही मेरी एनसीबी से कोई शिकायत है। हम यहां खड़े हैं क्योंकि मुझे लगता है कि ये केस बेल के लिए पूरी तरह फिट है : मुकुल रोहतगी

‘आरोपी नंबर 17 का क्रूज केस से कोई लेना देना नहीं है’ – मुकुल रोहतगी

मेरा सिर्फ दो लोगों के साथ कनेक्शन है। आरोपी नंबर 2 (अरबाज़ मर्चेंट) और आरोपी नंबर 17। अरोपी नंबर 17 तो क्रूज़ पर भी मौजूद नहीं था’ – मुकुल रोहतगी

मंदिर का मालिक पुजारी या भगवान? सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया फैसला

मंदिर का मालिक पुजारी या भगवान? सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया फैसला

नई दिल्ली : मंदिर के नाम की संपत्ति का मालिक कौन है। इसे लेकर हमेशा असमंजस की स्थिति रहती थी। प्रबंधन के लोग और पुजारी इन संपत्तियों पर दावा करते थे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मंदिर के नाम की संपत्ति के मालिक देवता ही होंगे। पुजारी और प्रबंधन समिति के लोग सेवक ही रहेंगे। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने यह भी आदेश दिया है कि भू राजस्व रेकॉर्ड से पुजारियों के नाम हटाए जाएं।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या के ऐतिहासिक फैसले का हवाला देते हुए मध्य प्रदेश के एक मंदिर के मामले में यह फैसला सुनाया है। कोर्ट ने अपने फैसले में साफ किया है कि देवता ही मंदिर से जुड़ी भूमि के मालिक हैं।सुप्रीम कोर्ट में अपने फैसले में ये भी साफ कर दिया है कि पुजारी सिर्फ इन संपत्तियों के रखरखाव के लिए हैं। दरअसल बहुत से मामलों में देखा गया है कि पुजारी ने मंदिर पर अपना मालिकाना हक जताया है। जिसको देखते हुए ही ये बात स्पष्ट की गई है। बता दें कि जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस एएस बोपन्ना की पीठ ने इस मामले में आयोध्य सहित पहले के कई फैसलों का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि मंदिर की जमीन का पुजारी काश्तकार नहीं, सिर्फ रक्षक है। पुजारी केवल एक किराएदार जैसा है। कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जो भी पुजारी होगा, वही वहां देवी देवताओं को भोग लगाएगा। साथ ही मंदिर से संबंधित जमीन पर खेती बारी का काम भी संभालेगा।सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने यह भी कहा कि सभी रेकॉर्ड में पुजारी की स्थिति सेवक के रूप में ही होगी, मालिक के रूप में नहीं होगी। देवता की मान्यता कानूनी व्यक्ति के रूप में विधि सम्मत है, लिहाजा पुजारियों के नाम भू राजस्व रेकॉर्ड से हटाए जाएं। भूस्वामी के तौर उस समुचित कॉलम में देवता का ही नाम ही रहेगा

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