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झारखण्ड

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मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का स्वागत: अधिवक्ताओं के पेंशन, स्वास्थ्य बीमा और स्टाइपेंड में वृद्धि पर आभार

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का स्वागत: अधिवक्ताओं के पेंशन, स्वास्थ्य बीमा और स्टाइपेंड में वृद्धि पर आभार

 

 

रांची : राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा अधिवक्ताओं की पेंशन राशि में वृद्धि, स्वास्थ्य बीमा का लाभ, अधिवक्ता के निधन के बाद उनके आश्रितों को सहायता राशि प्रदान करने और नए निबंधित अधिवक्ताओं के स्टाइपेंड राशि में बढ़ोतरी के निर्णय पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन का जोरदार स्वागत किया गया और आभार जताया गया।

 

 

जेएसएलपीएस के कर्मियों ने मानदेय में वृद्धि और समायोजन पर मुख्यमंत्री को ढोल-नगाड़े के साथ बधाई दी

 

जेएसएलपीएस के कंप्यूटर ऑपरेटर्स और परियोजना कर्मियों ने मानदेय में वृद्धि एवं समायोजन के निर्णय पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन का ढोल-नगाड़े के साथ स्वागत किया और बधाई दी।

 

 

झारखंड मंत्रालय में जश्न और उत्साह का माहौल

झारखंड मंत्रालय में आज शाम जश्न, उमंग और उत्साह का माहौल देखने को मिला। एक ओर सैकड़ों अधिवक्ता राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा अधिवक्ताओं के कल्याण के लिए किए गए ऐतिहासिक निर्णयों के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त कर रहे थे, जबकि दूसरी ओर जेएसएलपीएस के कर्मी मानदेय में वृद्धि के निर्णय पर मुख्यमंत्री को बधाई दे रहे थे। मुख्यमंत्री ने सभी का अभिवादन स्वीकार किया और कहा कि उनकी सरकार राज्य की जनता के प्रति समर्पित है। उन्होंने बताया कि सरकार की प्राथमिकता समाज के हर वर्ग का मान-सम्मान और कल्याण है, और ऐसे निर्णय समाज के हर तबके को लाभान्वित करने के लिए लिए जाते हैं।

झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा बैंक मोड़ थाने में निशुल्क नेत्र जांच शिविर

झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा बैंक मोड़ थाने में निशुल्क नेत्र जांच शिविर

 

धनबाद : झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन की धनबाद इकाई द्वारा बैंक मोड़ थाने में एक निशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में पुलिसकर्मियों, पत्रकारों, अधिवक्ताओं और आम नागरिकों ने अपनी नेत्र जांच करवाई।

 

शिविर की विशेषताएँ और उपस्थिति

इस कार्यक्रम में डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर दीपक कुमार ने भी अपनी नेत्र जांच करवाई। चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के पदाधिकारी सुरेंद्र अरोड़ा, नारायण लाल, श्रीकांत अग्रवाल और अफजल खान ने भी शिविर में भाग लिया और झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन की सराहना की।

 

पूर्व कार्यक्रमों की समीक्षा और योजनाएँ

पिछले दिनों धनबाद सदर में इसी प्रकार का शिविर लगाया गया था। प्रभारी ने इस पहल को सराहते हुए कहा कि यह पहली बार है जब किसी संस्था ने पुलिस की समस्याओं को समझा है। इसके जवाब में झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के धनबाद जिला अध्यक्ष मनीष कुमार झा ने गंभीरता से विचार किया और सचिव ललन कुमार मालाकार के साथ मिलकर अन्य स्थानों पर भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई।

 

कोषाध्यक्ष सुनील भंडारी, सचिव मुकेश कुमार और प्रखंड अध्यक्षों के साथ मिलकर इस कार्यक्रम को सभी थानों में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।

 

भविष्य की योजनाएँ और धन्यवाद

डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर दीपक कुमार और उनकी टीम के सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट हो गया कि पुलिस की सेवाओं की सराहना और उनके लिए कुछ करने की आवश्यकता है। अध्यक्ष मनीष कुमार झा ने बताया कि सचिव ललन मालाकार इस प्रकार के कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। इससे प्रेरित होकर संगठन के अन्य पदाधिकारी भी आगामी कार्यक्रमों की योजना बना रहे हैं।

 

आने वाले समय में अन्य स्थानों पर भी इस प्रकार के आयोजनों का लक्ष्य रखा गया है ताकि पुलिस और आम लोग दोनों को लाभ हो सके। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अजीत श्रीवास्तव, सुनीत वर्मा, ओम शर्मा, एकराम रज्जा, छोटे खान, मनीष सिन्हा, पंकज सिन्हा और अन्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

देवघर नगर आयुक्त का विस्तृत निरीक्षण: शहर के प्रमुख स्थलों की सफाई सुनिश्चित करने के लिए दिए गए सख्त निर्देश

देवघर नगर आयुक्त का विस्तृत निरीक्षण: शहर के प्रमुख स्थलों की सफाई सुनिश्चित करने के लिए दिए गए सख्त निर्देश

 

Deoghar : देवघर नगर निगम के नगर आयुक्त ने हाल ही में शहर के प्रमुख स्थलों का एक विस्तृत निरीक्षण किया, जिसमें लक्ष्मीपुर चौक, शिक्षा सभा चौक, भारती पुस्तकालय, ओवर ब्रिज गली, हरिहर बड़ी, शयनशाला मोड, मारवाड़ी कवार्ड संघ मोड, सरदार पांडा लेने, जलकर प्रवेश द्वार, शिवराम झा चौक, और जोत बाबू गली शामिल थे। इस निरीक्षण का उद्देश्य शहर की सफाई व्यवस्था और नागरिक सुविधाओं की गुणवत्ता का आकलन करना था।

 

निरीक्षण के दौरान, नगर आयुक्त ने प्रत्येक स्थल पर सफाई की स्थिति की गहराई से समीक्षा की और स्थानीय नागरिकों की समस्याओं को सुना। निरीक्षण के बाद, उन्होंने विशेष टीम को निर्देशित किया कि सभी स्थलों से कूड़ा उठाने का काम तुरंत और पूरी तरह से सुनिश्चित किया जाए। नगर आयुक्त ने नगर प्रबंधक सतीश कुमार दास को भी निर्देश दिए कि सभी स्थानों पर कूड़ा देर रात तक उठवा लिया जाए।

 

नगर प्रबंधक सतीश कुमार दास ने जानकारी दी कि नगर आयुक्त के निर्देशों के अनुसार, सभी स्थानों से कूड़ा उठाने का कार्य रात भर किया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाएगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही को स्वीकार नहीं किया जाएगा।

 

नगर आयुक्त ने यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए हैं कि शहर के प्रमुख स्थल स्वच्छ और नागरिकों के लिए अनुकूल बने रहें। उन्होंने नगर निगम की टीम को नियमित निरीक्षण जारी रखने और समस्याओं के समाधान के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाने का आदेश दिया।

 

इस निरीक्षण के परिणामस्वरूप, नगर निगम की टीम ने कूड़ा उठाने और सफाई कार्य को प्राथमिकता दी है, और नागरिकों से भी अनुरोध किया है कि वे स्वच्छता के प्रति जागरूक रहें और नगर निगम के प्रयासों में सहयोग करें।

देवघर पुलिस कप्तान अजीत पीटर डुंगडुंग का शिक्षक दिवस पर खुलासा

देवघर पुलिस कप्तान अजीत पीटर डुंगडुंग का शिक्षक दिवस पर खुलासा

“देवघर के पुलिस कप्तान ने शिक्षक दिवस पर एक अनकही कहानी साझा की – स्कूल की किताबों से लेकर पुलिस डेस्क तक का सफर”

 

शिक्षा के शुरुआती वर्षों की कहानी

देवघर से उत्तम जयसवाल की रिपोर्ट

देवघर पुलिस कप्तान अजीत पीटर डुंगडुंग ने शिक्षक दिवस के अवसर पर अपनी प्रारंभिक शिक्षा के अनुभवों को साझा किया, जब वह अपने जैविक परिवार से दूर रहे। उन्होंने अपने स्कूल के शुरुआती दस वर्षों की चुनौतियों और अनुभवों पर प्रकाश डाला, जो उन्होंने 24x7x365 वार्डन, गवर्नेंस, और फादर के साथ बिताए। यह समय उनके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण लेकिन मूल्यवान था, जिसने न केवल उन्हें शैक्षणिक ज्ञान दिया, बल्कि अनुशासन, आत्मनिर्भरता, और सामुदायिक जीवन के महत्व को भी समझाया।

 

गवर्नेंस और फादर की महत्वपूर्ण भूमिका

अजीत पीटर डुंगडुंग ने अपनी शिक्षा के दौरान साहेबगंज के St. Xavier’s School में बिताए गए समय को याद किया। वहाँ की गवर्नेंस, जिन्हें छात्र प्यार से “आंटी” कहते थे, ने उन्हें अनुशासन और समय की महत्वता सिखाई। फादर जॉर्ज कैमलरी, फादर स्टैंली, और फादर स्टैंगलो के मार्गदर्शन ने उनके जीवन को दिशा दी। इन शिक्षकों ने केवल शैक्षणिक शिक्षा ही नहीं दी, बल्कि नैतिकता, ईमानदारी, और परिश्रम के मूल्यों को भी समझाया। डुंगडुंग ने कहा कि इन फादर्स के योगदान ने उन्हें समाज में एक बेहतर इंसान और जिम्मेदार अधिकारी बनने में मदद की है।

 

डीजीपी राजवींदर सिंह भट्टी से मिली महत्वपूर्ण सीख

पुलिस विभाग में ज्वाइन करने के बाद, अजीत पीटर डुंगडुंग को अपने प्रशिक्षण के दौरान बिहार के डीजीपी राजवींदर सिंह भट्टी से एक महत्वपूर्ण शिक्षा मिली। डीजीपी भट्टी ने कहा था कि “लाल बत्ती की चमक गाड़ी के इंजन बंद हो जाने के बाद खत्म हो जाती है,” जो डुंगडुंग के लिए गहरा प्रभाव डालने वाला संदेश था। भट्टी साहब ने स्पष्ट किया कि एक पुलिस अधिकारी की असली पहचान उसकी वर्दी की स्वच्छता और कर्मठता से होती है। उनका यह विचार कि लाल बत्ती और सत्ता की चमक अस्थायी होती है, लेकिन वर्दी की गरिमा हमेशा बनी रहती है, ने डुंगडुंग के करियर को एक नई दिशा दी।

 

नैतिकता और समाज में सकारात्मक बदलाव

भट्टी साहब ने यह भी सिखाया कि एक पुलिस अधिकारी के लिए सिर्फ कानून का पालन करना ही नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाना भी महत्वपूर्ण होता है। डुंगडुंग ने समझा कि वर्दी समाज की सुरक्षा और सेवा का प्रतीक है, और उसकी चमक हमारे कर्मों से होती है। इस सीख ने उनके पूरे करियर को दिशा दी और उन्होंने यह संकल्प लिया कि वह अपनी वर्दी और इमेज दोनों को साफ और निष्कलंक बनाए रखेंगे।

 

निष्कर्ष

पुलिस कप्तान अजीत पीटर डुंगडुंग की शिक्षकों और मार्गदर्शकों के प्रति श्रद्धा और सम्मान उनकी उपलब्धियों और उनके कार्यों में स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। उनके अनुभव और सीख ने न केवल उनके पेशेवर जीवन को प्रभावित किया, बल्कि समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी और निष्ठा को भी मजबूत किया। शिक्षक दिवस के अवसर पर उनकी यह कहानी प्रेरणा देती है कि कैसे सही मार्गदर्शन और शिक्षा जीवन को दिशा प्रदान कर सकते हैं।

शिक्षक दिवस के अवसर पर मां शारदे कोचिंग सेंटर में विशेष कार्यक्रम

शिक्षक दिवस के अवसर पर मां शारदे कोचिंग सेंटर में विशेष कार्यक्रम

 

देवघर : मोहनपुर प्रखंड के प्रसिद्ध शिक्षाविद विशाल गौरव द्वारा स्थापित मां शारदे कोचिंग सेंटर में शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर कोचिंग के निदेशक रोहित कुमार, समाजसेवी विकास (पत्रकार), और खुशबू मैडम ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित किया।

 

कार्यक्रम में बच्चों ने देशभक्ति और शिक्षा पर आधारित गीतों पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया।

 

शिक्षक दिवस के दिन, जो भारत में 5 सितंबर को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है, शिक्षकों के योगदान को सम्मानित किया जाता है।

 

अंत में, रोहित कुमार ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे मन लगाकर पढ़ाई करें और जीवन में आगे बढ़ें। उन्होंने यह भी कहा कि विशाल जी की शिक्षा देने की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।

दो निर्दोष लोगों को एफआईआर से नाम हटाने की मांग पर हिंसा और तनाव

दो निर्दोष लोगों को एफआईआर से नाम हटाने की मांग पर हिंसा और तनाव

 

 

हजारीबाग : चतरो गांव, हजारीबाग जिले के बरही अनुमंडल में स्थित एक शांतिप्रिय गांव, हाल ही में एक त्रासदी से गुजरा जब एक नवविवाहिता प्रीति कुमारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। प्रीति की मौत से उसके परिवार, ससुराल वालों और गांव के निवासियों के बीच न केवल गहरी शोक की लहर दौड़ी, बल्कि इसके परिणामस्वरूप एक गंभीर विवाद भी उत्पन्न हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र में तनाव और हिंसा का माहौल पैदा कर दिया।

 

प्रीति कुमारी की संदिग्ध मौत

प्रीति कुमारी की शादी को मुश्किल से कुछ महीने ही हुए थे जब उसकी अचानक मौत हो गई। उसकी मौत के बाद उसके ससुराल वालों पर उत्पीड़न और दहेज हत्या का आरोप लगाया गया। प्रीति के पति और देवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके ससुराल के अन्य सदस्य गांव से फरार हो गए हैं। गांव के निवासियों ने बताया कि प्रीति की मौत ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया, और हर कोई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी था।

 

 

शव के दाह संस्कार को लेकर तनाव

मंगलवार सुबह, प्रीति का शव उसके मायके वालों द्वारा चतरो गांव लाया गया। मायके वालों की संख्या लगभग 100 थी, जिनमें पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल थे। चूंकि ससुराल पक्ष का कोई सदस्य उपस्थित नहीं था, इसलिए गांव के लोग और मायके वालों के बीच दाह संस्कार के लिए एक बैठक बुलाई गई। इस बैठक में पंचायत के मुखिया और जिला परिषद के उपाध्यक्ष भी उपस्थित थे। बैठक में गांव वालों ने प्रस्ताव रखा कि वे प्रीति के शव का दाह संस्कार गांव के श्मशान में विधिपूर्वक करेंगे।

 

हालांकि, इसी दौरान मायके वालों ने यह मांग रखी कि एफआईआर में नामित दो निर्दोष व्यक्तियों के नाम एफआईआर से हटा दिए जाएं। यह मांग सुनते ही बातचीत में तनाव उत्पन्न हो गया। जहां गांव के लोग शांति से दाह संस्कार की प्रक्रिया पूरी करने के पक्ष में थे, वहीं मायके वाले दो निर्दोष व्यक्तियों के नाम हटाए जाने पर अड़े रहे।

 

 

विवाद से बढ़ी हिंसा

बातचीत के दौरान मामला बिगड़ गया और मायके वाले आक्रोशित हो गए। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि दोनों पक्षों के बीच मारपीट शुरू हो गई। गांव वालों का कहना है कि उन्होंने शांति बनाए रखने की पूरी कोशिश की, लेकिन मायके वालों ने उत्तेजित होकर गांव के लोगों पर हमला कर दिया। इसके बाद, बिना गांव के लोगों की सहमति के, मायके वालों ने प्रीति का दाह संस्कार ससुराल के घर पर ही कर दिया।

 

 

ग्रामीणों का पक्ष

गांव वालों का कहना है कि उन्होंने किसी भी प्रकार की हिंसा में हिस्सा नहीं लिया और शांतिपूर्वक इस स्थिति को संभालने का प्रयास किया।

 

ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि बातचीत के दौरान, कुछ बाहरी लोग, जो बरही के हरला गांव से आए थे, ने स्थिति को और बिगाड़ने का काम किया। इन बाहरी लोगों के कारण ही मामला हिंसा में बदल गया, और कुछ निर्दोष ग्रामीणों के साथ मारपीट की गई।

 

घायलों ने बरही अनुमंडलीय अस्पताल न जाकर गांव में ही अपनी मरहम पट्टी करवाई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे सार्वजनिक रूप से इस घटना को बढ़ावा नहीं देना चाहते थे।

 

 

पुलिस और कानूनी कार्रवाई

इस पूरी घटना के बाद, चतरो गांव के लगभग 90-95 ग्रामीणों ने हस्ताक्षरयुक्त एक आवेदन बरही थाने में जमा किया, जिसमें दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। गांव में शांति बनाए रखने और भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है।

 

सामाजिक तनाव और न्याय की मांग

यह घटना गांव में एक गंभीर सामाजिक तनाव का कारण बन गई है। जहां एक ओर मायके वाले प्रीति की मौत के लिए ससुराल पक्ष को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, वहीं गांव के लोग निर्दोष ग्रामीणों के साथ हुए अन्याय और हिंसा की निंदा कर रहे हैं।

 

पुलिस ने अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि दोषियों पर उचित कानूनी कार्रवाई होगी और निर्दोष लोगों को इस विवाद से बाहर निकाला जाएगा। प्रीति की मौत ने इस छोटे से गांव के सामाजिक ताने-बाने को हिला कर रख दिया है, और यह घटना गांव के भविष्य पर गहरा असर डाल सकती है।

 

निष्कर्ष

चतरो गांव में इस घटना ने एक बड़ी त्रासदी और सामाजिक संकट को जन्म दिया है। अब यह पुलिस और न्यायिक प्रणाली पर निर्भर करता है कि वह इस मामले को निष्पक्षता से हल करें और दोषियों को सजा दिलाएं ताकि गांव में फिर से शांति और सौहार्द्र का माहौल स्थापित हो सके।

 

 

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की शिष्टाचार मुलाकात

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की शिष्टाचार मुलाकात

 

 

रांची : आज मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से रांची में मेजर जनरल परमवीर सिंह डागर (विशिष्ट सेवा मेडल प्राप्त), जो कि 23 इंफेंट्री डिविजन, दीपाटोली कैंट के जीओसी हैं, कर्नल सुनील राजदेव, और कर्नल अनुज शर्मा ने शिष्टाचार मुलाकात की। इस महत्वपूर्ण बैठक का उद्देश्य मुख्यमंत्री को आगामी “सशक्त सेना, समृद्ध भारत” महोत्सव के बारे में जानकारी देना और उन्हें इस कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए आमंत्रित करना था।

 

मेजर जनरल डागर ने मुख्यमंत्री को बताया कि यह महोत्सव 6 से 8 सितंबर तक राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित किया जाएगा। इस तीन दिवसीय महोत्सव का उद्देश्य भारतीय सेना के विभिन्न अंगों—थल, नौ एवं वायु सेना—की सैन्य सेवा और उपलब्धियों को आम जनता के समक्ष प्रस्तुत करना है। इस महोत्सव में सेना के विभिन्न अंग सैन्य सेवाओं से संबंधित विभिन्न गतिविधियों और प्रदर्शनों का आयोजन करेंगे, जिनमें हथियार प्रदर्शन, सैन्य परेड, और सेना के आधुनिक उपकरणों की प्रदर्शनी शामिल हैं।

 

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इस आमंत्रण को स्वीकार करते हुए महोत्सव के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होने की स्वीकृति दी। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव भारतीय सेना की वीरता और समर्पण को दर्शाने का एक उत्कृष्ट अवसर है। मुख्यमंत्री ने भारतीय सेना की सराहना करते हुए कहा कि सेना के जवानों की बहादुरी और समर्पण ने देश की सुरक्षा और अखंडता को सुनिश्चित किया है।

 

उन्होंने यह भी व्यक्त किया कि इस प्रकार के महोत्सव न केवल सैन्य बलों की उपलब्धियों को उजागर करते हैं, बल्कि नागरिकों को भी सेना की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूक करते हैं। मुख्यमंत्री ने महोत्सव की सफलता की कामना की और आशा व्यक्त की कि यह कार्यक्रम सभी के लिए प्रेरणादायक साबित होगा।

 

इस शिष्टाचार मुलाकात के दौरान, कर्नल सुनील राजदेव और कर्नल अनुज शर्मा ने भी महोत्सव के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी और कार्यक्रम की योजना के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महोत्सव के आयोजन से न केवल सेना के साथ नागरिकों का जुड़ाव बढ़ेगा, बल्कि यह क्षेत्र के विकास और सुरक्षा के प्रति लोगों की जागरूकता को भी प्रोत्साहित करेगा।

 

मुख्यमंत्री की उपस्थिति इस महोत्सव को और अधिक महत्वपूर्ण बना देगी और यह कार्यक्रम निश्चित रूप से रांची में एक यादगार और प्रेरणादायक घटना साबित होगा।

अगले 5 वर्षों में राज्य के 20 लाख आवास विहीन परिवारों का होगा अपना आशियाना

अगले 5 वर्षों में राज्य के 20 लाख आवास विहीन परिवारों का होगा अपना आशियाना

दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल स्तरीय “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” के लाभुकों का सम्मान राशि वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन

 

  • मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की 704927 लाभुकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से सम्मान राशि का हस्तांतरण किया।
  • अब 18 वर्ष से ही “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” का मिलेगा लाभ
  • आने वाले दिनों में प्रत्येक परिवार तक पहुंचाएंगे 1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि
  • सफल और प्रभावी रहा सर्वजन पेंशन योजना
  • कोरोना संक्रमण काल में दीदियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही
  • नारी शक्ति के आशीर्वाद एवं विश्वास से मिलती है राज्यहित में कार्य करने की ताकत
  • बच्चियों का भविष्य संवार रही राज्य सरकार
  • बड़ी संख्या में हुई नियुक्तियां

रांची : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि जब कोई कुछ ठान लेता है और ईमानदारी से उसे पूरा करने में लगता है तो उसका परिणाम भी उसे अच्छा मिलता है। “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” के प्रमंडल स्तरीय कार्यक्रमों के मौकों पर तेज बारिश के बाद भी राज्य की बहन-बेटियों ने उन सभी कार्यक्रमों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है जो 2019 से पहले सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में हुआ करता था। आज राजधानी रांची में आयोजित इस कार्यक्रम में दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले पांचो जिलों से उपस्थित हुई बहन-बेटियों के जन सैलाब ने इतिहास रच दिया है। आज आप सभी लोग यहां नारी सम्मान योजना को आशीर्वाद एवं सम्मान देने यहां पहुंचे हैं। इस आशीर्वाद तथा स्नेह से ही हमें आपके सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करने की ताकत और नई ऊर्जा मिल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपके द्वारा मिल रहे आशीर्वाद, समर्थन और स्नेह से मुझे यहां की आधी आबादी की सेवा, दु:ख-दर्द तथा परेशानियां को समाप्त करने की ताकत देता है। उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज ट्रेनिंग ग्राउंड, खोजाटोली, नामकोम में आयोजित “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” के लाभुकों का सम्मान राशि वितरण कार्यक्रम को अपने सम्बोधन में कही।

 

कोरोना संक्रमण काल में दीदियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि वर्ष 2019 में वर्तमान राज्य सरकार का गठन हुआ और सरकार गठन के बाद से अब तक लगातार हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। सरकार गठन के चंद दिनों बाद ही कोरोना संक्रमण ने देश और दुनिया को जकड़ कर रखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वैश्विक महामारी के समय घरों में ताला लगाकर लोग अपने आप को घरों के भीतर रहने को मजबूर हुए। हाट-बाजार, नौकरी, रोजगार सब खत्म हो गए। सोने की चिड़िया के नाम से जाना जाने वाला यह राज्य धीरे-धीरे मजदूरों के राज्य के रूप में तब्दील हो चुका था। कोरोना संक्रमण इस राज्य के लिए एक अभिशाप के बराबर था। मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय यहां न अस्पतालों की स्थिति ठीक थी और न ही डॉक्टरों की पर्याप्त संख्या थी। लेकिन फिर भी आपके इस भाई ने इस बेटे ने आपके वैसे परिजन जो प्रवासी मजदूर थे उन्हें हवाई मार्ग, रेल मार्ग, सड़क मार्ग सहित विभिन्न माध्यमों से आपके घरों तक लाने का काम किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में राज्य की महिलाओं ने सरकार के साथ खड़ा होने का निर्णय लिया। इस राज्य की दीदियों ने गांव-गांव पंचायत-पंचायत में खाना बनाकर हमारे श्रमिकों और गांव वालों को मुफ्त में खाना खिलाने का कार्य करती थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में राज्य सरकार ने बेहतर मैनेजमेंट का उदाहरण पेश करते झारखंडवासियों के प्राणों की रक्षा की। कोरोना संक्रमण काल में राज्य में भूख से एक भी मौतें नहीं हुई। जबकि पूर्व की सरकारों के समय बिना कोई आपदा और महामारी के बिना भी भूख से मौत की खबरें अक्सर देखने और सुनने को मिलती थी। गुमला, सिमडेगा, लोहरदगा जिला के लोग इसके गवाह भी रहे हैं।

 

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सफल और प्रभावी रहा सर्वजन पेंशन योजना

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के लोगों की समस्याओं का समाधान हो, इसके लिए पंचायत-पंचायत, गांव-गांव, टोला-टोला में “आपकी योजना-आपकी सरकार, आपके द्वार” कार्यक्रम का आयोजन कर आपकी समस्याओं को जानने का प्रयास किया तथा राज्य सरकार के पदाधिकारी को भेज कर आपके हरेक समस्या एवं परेशानियों का समाधान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव स्तर पर आपकी समस्याओं से अवगत हुए और आप सभी के उम्मीद और आकांक्षाओं के अनुरूप योजनाएं बनाई गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने यहां के वृद्धजनों के परेशानियों को देखते हुए सर्वजन पेंशन योजना की शुरुआत की। पूर्व में कम ही पात्र वृद्धजनों को पेंशन प्राप्त होता था, क्योंकि अधिकतर लोग बिचौलियों के चक्कर में पड़े रहते थे। आपकी सरकार ने निर्णय लिया कि कोई भी 60 वर्ष से ज्यादा उम्र का होगा उसे हम हरहाल में पेंशन राशि देंगे। आज सर्वजन पेंशन के तहत सभी बुजुर्ग को पेंशन से जोड़ा गया और सभी को पेंशन प्राप्त हो रहा है। सर्वजन पेंशन योजना लागू करने वाला झारखंड देश का पहला राज्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वजन पेंशन योजना के तहत उम्र सीमा भी घटाई गई। पेंशन की उम्र महिलाओं के लिए 60 वर्ष से घटा कर 50 वर्ष किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी ऐसी समस्या नहीं जिसका समाधान नहीं हो सकता। बस उसके लिए ईमानदार प्रयास की आवश्यकता होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वृद्धावस्था आने पर अपना आधार कार्ड लेकर प्रखण्ड कार्यालय पहुंचें। प्रखंड कार्यालय में बैठे पदाधिकारी आपका वृद्धा पेंशन स्वीकृत करेंगे। जो पदाधिकारी आपको वृद्धा पेंशन से नहीं जोड़ेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 

बच्चियों का भविष्य संवार रही राज्य सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को संरक्षित करने के विषय में राज्य सरकार ने गंभीरता से कार्य किया है। बच्चियों के बेहतर भविष्य के लिए राज्य सरकार निरंतर उनके साथ खड़ी है। स्कूलों में अध्यनरत बच्चियों के लिए सावित्रीबाई फुले समृद्धि योजना का संचालन किया गया। इस योजना के तहत अब तक लगभग 10 लाख स्कूली छात्राओं को राज्य सरकार आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध करा रही है। मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों से अपील किया कि अब आप अपने बच्चों की पढ़ाई की चिंता बिल्कुल न करें। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए 15 लाख रुपए तक का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए आपको किसी तरह की गारंटी देने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस राज्य में कोयला, लोहा, अभ्रक सहित तमाम खनिज संपदा उपलब्ध है, बावजूद उसके राज्य का खजाना खाली दिख रहा था। जब इस विषय पर चिंतन किया गया तब पता चला कि खनन कार्य का केंद्र सरकार के ऊपर राज्य का 1 लाख 36 करोड़ रुपया बकाया है। कई बार राज्य सरकार द्वारा बकाया राशि के भुगतान हेतु केंद्र सरकार से निवेदन भी किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि खनन कंपनियों से राज्य सरकार बकाया राशि की वसूली कर सकती है। जैसे ही यह आदेश आया तो हमने अपना कार्य को तेज किया।

 

आने वाले 5 वर्षों में राज्य के 20 लाख आवास विहीन परिवारों का होगा अपना आशियाना

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य की आधी आबादी जिनका उम्र 21 से 50 वर्ष है उन्हें हर वर्ष 12 हजार रुपए देने का निर्णय लिया। आज इस योजना से करीब 50 लाख महिलाएं जुड़ चुकी है जिनके खाते में सम्मान राशि जा हस्तांतरित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राज्य में आपकी अपनी सरकार है। सोना सोबरन योजना के तहत आपको वर्ष में दो बार वस्त्र देने का कार्य किया जा रहा है। पूर्व की सरकार ने इस राज्य का 11 लाख राशन कार्ड डिलीट कर दिया था। आपकी अपनी सरकार ने 20 लाख लोगों के लिए राशन कार्ड बांटने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने राशन दिया, तन ढकने के लिए कपड़ा दिया अब आवास दे रहे हैं। पहले केंद्र सरकार से आवास मिलता था। हम लोग केंद्र सरकार से प्रधानमंत्री आवास योजना में जो झारखंड के हिस्सा है उसकी मांग की ताकि राज्य के गरीबों के लिए आवास बनाया जा सके। लेकिन वह पैसा हमें नहीं मिला। कई बार दिल्ली गए ताकि गरीबों के लिए आवास आवंटित हो सके लेकिन केंद्र सरकार ने आवास आवंटित नहीं किया। इसके बाद राज्य सरकार ने अपने बदौलत सर्वे कराकर 20 लाख से अधिक गरीब परिवार को चिन्हित किया और इन सभी को आवास देने का संकल्प उठा लिया। जबकि केंद्र सरकार द्वारा मात्र 4 लाख 30 हजार गरीबों को चिन्हित किया गया था। अब आने वाले समय में चिन्हित सभी 20 लाख लोगों को तीन कमरों वाला पक्का मकान से आच्छादित किया जाएगा।

 

अब 18 वर्ष उम्र से ही बहन-बेटियों को मिलेगा “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” लाभ

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्यवासियों के लिए 200 यूनिट बिजली फ्री कर दिया है। गरीबों का बकाया बिजली बिल भी माफ कर दिया गया है इससे संबंधित आदेश जल्द निर्गत कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार साल में 12 हजार रुपए देने के लिए “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” लेकर नही आयी है बल्कि आने वाले 5 साल में हम हर घर में 1 लाख रुपए की सहायता राशि पहुंचाएंगे। यह सहायता राशि कैसे आपके घरों तक पहुंचेगी वह मेरी जिम्मेदारी है। मुझे पता है कि हमारे गांव-देहात में लाखों परिवार ऐसे हैं जो अपना घर चलाने के लिए महाजनों से कर्ज लेते हैं और अपनी जरूरत को पूरा करते हैं। लेकिन आने वाले 5 साल के अंदर ऐसा व्यवस्था को ऐसा मजबूत करेंगे कि किसी के आगे आपको हाथ फैलाने की जरूरत नही पड़ेगी। मुख्यमंत्री ने उपस्थित महिलाओं से कहा कि राज्य सरकार बहन-बेटियों के उत्थान के लिए समर्पित भाव से कम कर रही है। अब 21 से 50 वर्ष के उम्र की बेटी-बहनों को ही नहीं बल्कि 18 वर्ष से ऊपर उम्र की बेटी-बहनों को भी इस योजना से जोड़ा जाएगा। बहुत जल्द इस योजना में उम्र की संख्या 21 से घटाकर 18 की जाएगी।

 

बड़ी संख्या में हुई सरकारी नियुक्तियां

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले 4 वर्षों में हजारों की संख्या में सरकारी नियुक्तियां की है। विभिन्न विभागों में लगभग 45 से 50 हजार सरकारी नियुक्तियां की गई हैं वहीं 45 हजार सरकारी नियुक्तियों का कार्य प्रगति पर है। निजी क्षेत्र में भी अब तक डेढ़ से 2 लाख लोगों को रोजगार से जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जब तक उनकी सरकार है नियुक्तियों का सिलसिला जारी रहेगा।

 

दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल में कुल 70,49,27,000 रुपये की सम्मान राशि हस्तांतरित की गई

मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल अंतर्गत झारखंड “मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” के तहत राँची जिले में कुल 33,54,95,000 रुपये की सम्मान राशि प्रदान किया गया। वहीं खूंटी जिले में कुल 7,52,93,000 रुपये की सम्मान राशि, गुमला जिले में कुल 13,65,60,000 रुपये की सम्मान राशि, लोहरदगा जिले में कुल 8,07,81,000 रुपये की सम्मान राशि, सिमडेगा जिले में कुल 7,67,98,000 रुपये की सम्मान राशि मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान की गई। इस प्रकार दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल में कुल 70,49,27,000 रुपये की सम्मान राशि हस्तांतरित कर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम बढ़ाया है।

 

इनकी रही उपस्थिति

इस अवसर पर मंत्री श्री रामेश्वर उरांव, मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री श्रीमती बेबी देवी, सांसद श्री सुखदेव भगत, राज्यसभा सांसद श्रीमती महुआ माजी, विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन, विधायक श्री राजेश कच्छप, विधायक श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की, विधायक श्री विकास सिंह मुंडा, विधायक श्री जिगा सुसारन होरो, विधायक श्री भूषण तिर्की, पूर्व सांसद श्री सुबोध कांत सहाय, झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री केशव महतो कमलेश, जीपी श्री अनुराग गुप्ता, आईजी रांची श्री अखिलेश झा, डीआईजी रांची श्री अनूप बिरथरे सहित अन्य वरीय पदाधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में लाभुक महिलाएं उपस्थित रहे।

करौंदाबेड़ा पल्ली परिसर में मना तीन धर्मगुरुओं का शहादत दिवस, उमड़े मसीही

करौंदाबेड़ा पल्ली परिसर में मना तीन धर्मगुरुओं का शहादत दिवस, उमड़े मसीही

सिमडेगा: करौंदाबेड़ा चर्च परिसर में सोमवार को शहीद फादर लौरेंस कुजूर, शहीद फादर जोसेफ डुंगडुंग और शहीद ब्रदर अमर अनूप इंदवार का शहादत दिवस मनाया गया। अम्बिकापुर के बिशप अंतोनी बाड़ा और गुमला बिशप लीनुश पिंगल एक्का ने मुख्य अनुष्ठाता के रूप में मिस्सा बलिदान चढ़ाया। उनके सहयोग से गुमला बिजी फा एमानुएल कुजूर, डीन फा विलियम मिंज, फा सिप्रियन मिंज, फा सुशील मिंज, फादर मोजेस खलखो और दर्जनों पुरोहितों ने पूजा में भाग लिया। मिस्सा पूजा के बाद शहीद धर्मगुरुओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

कार्यक्रम में सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा, गुमला विधायक भूषण तिर्की, जिप सदस्य जोसिमा खाखा, कांग्रेस के गुमला जिलाध्यक्ष चैतू उरांव, केंद्रीय काथलिक सभापति सेत कुमार एक्का, केंद्रीय महिला सभनेत्री फ्लोरा मिंज मुख्य रूप से उपस्थित थे। इसके अलावा, मुखिया सह विधायक प्रतिनिधि सुषमा केरकेट्टा, 20 सूत्री अध्यक्ष विनय लकड़ा, विधायक प्रतिनिधि शीतल तिर्की, युवा कांग्रेस अध्यक्ष रोहित एक्का, मुखिया कांति केरकेट्टा, मुखिया ज्योति लकड़ा, मुखिया जसिंता मिंज, प्रतिमा कुजूर, उर्मिला केरकेट्टा, नीला नाग, ज्योति लुगुन, सोभेंन तिग्गा, अनिता एक्का, सागर केरकेट्टा, तन्नू डुंगडुंग, शैलेश कुजूर, अनूप मिंज, जॉनी, गुमला डीएसपी, इस्पेक्टर, पालकोट थाना प्रभारी, पालकोट प्रखंड के जनप्रतिनिधि गण और लाखों की संख्या में मसीही विश्वासी शामिल हुए।

 

शहीदों के शहादत से धन्य हो गया करौंदाबेड़ा की धरती: बिशप अंतोनी बाड़ा
अपने संदेश में बिशप अंतोनी बाड़ा ने कहा कि शहीदों और संतों में ईश्वर का वास रहता है। आज तीन शहीदों की शहादत ने इस धरती को अलग पहचान दिलाई। हम सभी को उनकी शहादत से प्रेरणा लेनी चाहिए और एकजुट होना चाहिए।

 

तीन शहीद पुरोहितों के रक्त से पवित्र हुआ करौंदाबेड़ा की धरती: बिशप लीनुश पिंगल एक्का
गुमला बिशप लीनुश पिंगल एक्का ने कहा कि करौंदा बेड़ा की धरती तीन शहीद पुरोहितों के रक्त से पवित्र हो गई है। इन शहीदों के कारण करौंदा बेड़ा की पहचान हर जगह है। शहीद सभी फादर हमारे लिए एक उदाहरण हैं, उनकी शहादत ने इस धरती को पवित्र कर दिया है।

 

पुरोहित का खून ख्रीस्तीय समाज के लिए गेहूं के बीज की तरह है: भूषण बाड़ा
विधायक भूषण बाड़ा ने कहा कि इन पुरोहितों का खून ख्रीस्तीय समाज के लिए गेहूं के बीज की तरह है, जो जमीन में जाकर तब तक नष्ट नहीं होता, जब तक फल नहीं देता। फादर की शहादत के बाद कलीसिया का विस्तार हुआ है। विधायक ने समाज के लोगों को एकजुट रहने की अपील की और नशापान जैसी कुरीतियों से दूर रहने की सलाह दी।

 

असहायों की मदद करना सीखे: भूषण तिर्की
विधायक भूषण तिर्की ने कहा कि कलीसिया के अनुयायों ने अपने खून से कलीसिया को सींचा है, जो अब एक विशाल वृक्ष बन चुका है। उन्होंने समाज को असहायों की मदद करने और आदिवासी समाज को एकजुट होने का आह्वान किया।

ईश्वर के प्रति आज्ञाकारी बनें: जोसिमा खाखा
जिप सदस्य जोसिमा खाखा ने कहा कि हमें ईश्वर के प्रति आज्ञाकारी बनना चाहिए। समाज में शिक्षा की कमी के कारण सच्चा चरित्र नहीं बन पा रहा है। ऊंच-नीच के आधार पर समाज को बांटा जा रहा है, जिससे समाज में एकता बनी रहे।

चौकीदार नियुक्ति शारीरिक परीक्षा 10 सितंबर से

चौकीदार नियुक्ति शारीरिक परीक्षा 10 सितंबर से

 

सुबह 04 बजे अभ्यर्थियों को करनी है रिपोर्टिंग

 

सिमडेगा: उपायुक्त सिमडेगा अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में चौकीदार नियुक्ति शारीरिक परीक्षा संबंधी बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक में उपायुक्त ने बताया कि जिले में 10 सितंबर 2024 और 11 सितंबर 2024 को बाजार टांड़ स्थित इण्डोर स्टेडियम, सिमडेगा में चौकीदार नियुक्ति संबंधी शारीरिक माप, दौड़ और शारीरिक जांच कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

चौकीदार नियुक्ति संबंधी शारीरिक दौड़ सुबह 5:00 बजे से प्रारंभ की जाएगी, और अभ्यर्थियों के लिए रिपोर्टिंग करने का समय सुबह 4:00 बजे से निर्धारित किया गया है।

उपायुक्त ने सिविल सर्जन, सिमडेगा को चौकीदार नियुक्ति दौड़ के दिन एंबुलेंस और आवश्यक मेडिसिन सहित विशेष चिकित्सा दल की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया।

उपायुक्त ने सभी पदाधिकारियों को चौकीदार नियुक्ति में सरकार की गाइडलाइन का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने समय से सभी आवश्यक तैयारियों को पूर्ण कर लेने की दिशा में आवश्यक निर्देश दिए।

स्टेडियम की अच्छे से सफाई सुनिश्चित कराने के लिए नगर परिषद् प्रशासक और पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया।

बैठक में पुलिस अधीक्षक सौरभ, उप विकास आयुक्त संदीप कुमार दोराईबुरु, अपर समाहर्ता ज्ञानेन्द्र, अनुमंडल पदाधिकारी सुमंत तिर्की, आपूर्ति पदाधिकारी, सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी, सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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