रांची : चान्हो थाना क्षेत्र स्थित पतरातू गांव में मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे। उन्होंने मृत किसान लखन महतो के परिजनों से मुलाकात की और पूरे मामले की जानकारी ली। हेमंत सोरेन ने कहा कि इससे भयावह व बुरी स्थिति नहीं हो सकती। सरकार संगठित लूट को अंजाम दे रही है। मनरेगा के पैसे लूटे जा रहे हैं। बताते चलें कि शनिवार सुबह 1.50 लाख रुपए के कर्ज से दबे किसान लखन महतो (45) ने मनरेगा के तहत बने खुद के कुएं में कूदकर खुदकुशी कर ली थी।

सरकार मजबूर कर रही आत्महत्या के लिए: हेमंत
हेमंत सोरेन ने कहा- सरकार लाभुकों को आश्वासन देकर आत्महत्या के लिए मजबूर कर रही है। लखन महतो की घटना पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई किसान कर्ज के बोझ तले आत्महत्या कर चुके हैं। लेकिन सरकार को इससे कोई मतलब नहीं है। लखन महतो के साथ ही करीब 30 लोगों को कुआं बनाने के बाद भी पैसा नहीं दिया जा रहा है। मैं सरकार से अविलम्ब भुगतान करने की मांग करता हूं।

बीडीओ का ट्रैक रिकाॅर्ड अच्छा नहीं
मौके पर उपस्थित आरटीआई कार्यकर्ता बबलू उर्फ जियाउल ने हेमंत सोरेन को बताया कि बीडीओ मनमानी करते हैं। कमीशन के चक्कर में लाभुकों को पेमेंट नहीं कर वेंडरों के खाते में पैसा देते हैं। इस पर हेमंत सोरेन ने कहा कि बीडीओ संतोष कुमार का ट्रैक रिकाॅर्ड बहुत खराब है। जहां भी रहे हैं, खूब लूट किया है।

बीडीओ को नहीं हटाया गया तो प्रखंड मुख्यालय का होगा घेराव
हेमंत सोरेन ने फोन पर डीसी से बात कर अविलंब बीडीओ को हटाने की मांग की। साथ ही बकाया राशि का भूगतान करने, लखन महतो को पीएम आवास देने तथा उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी देने की बात कही। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि बीडीओ को नहीं हटाया गया तो झामुमो प्रखंड मुख्यालय का घेराव करेगी। उन्होंने कहा कि लखन महतो की मौत के पांच दिन के बाद भी सरकार के नुमांइदों का गांव नहीं पहुंचना, इस बात को साबित करता है कि सरकार की संवेदना समाप्त हो चुकी है। लखन महतो की मौत के बाद इसे नशापान का रूप देना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

पारा शिक्षकों ने भी की मुलाकात
नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन उस समय आश्चर्य में पड़ गए, जब ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि लखन महतो की वृद्ध मां 87 वर्षीय गुंजरी देवी को पति की मौत के 30 साल बाद भी विधवा पेंशन नहीं मिल रहा है। वहीं, हेमंत सोरेन से चान्हो प्रखंड के पारा शिक्षकों ने भी मुलाकात की और अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा। बताया कि उन्हें पिछले पांच माह से वेतन नहीं मिला है।