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हाल देवघर सदर अस्पताल का : चंद्रशेखर खवाड़े

हाल देवघर सदर अस्पताल का : चंद्रशेखर खवाड़े

देवघर : भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर हमने सेवा कार्य करते हुए। देवघर सदर अस्पताल में कुछ लोगों की मदद करने का विचार किया। जिसके लिए हम लोग सदर अस्पताल पूरी तरह मास्क, सनीटाइजर जैसी पहनकर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पहुंचे और लोगों से मिलकर उनकी परेशानियों को सुना। कुछ लोगों को खाने की समस्या थी उन्हें खाद्यान्न दीया (बिना फोटो खींच आए) कुछ लोगों को सामान्य सी चीजो की यथा मोमबत्ती, दूध, कोयल-माचीस इत्यादि की आवश्यकता थी उनको भी यह सब चीज दी गई (बिना फोटो खींच आए)। इसी दरमियान 5 साल के बच्चे का मामला आया है जिसे बिल्ली ने काट लिया था। उसकी सहायता में जब हम लगे तो पहले तो पर्ची कटाया धन्यवाद उपायुक्त, मुख्यमंत्री जी की रसीद में पैसा नहीं लगा, तदुपरांत हम लोग कमरा नंबर 8 गए।

जहां डॉक्टर साहब ने हमें कमरा नंबर 45 भेजा कमरा नंबर 45 में जाने पर डॉक्टर साहब की फटकार सुनकर (क्यों आठ नंबर से भेज दिया गया? मनाने के बाद) उन्होंने दवाई लिखा। कमरा नंबर 25 वहां की अपनी परिचारिका महोदया ने बताया कि यहां पर इसकी दवा नहीं है और आप लोग जान कर भी बार-बार आ जाते हैं। बाहर देखे लिखा हुआ ऐसा क्या हुआ बड़ा दुख हुआ, लेकिन बाहर में लिखा हुआ था फिर हमने सदर अस्पताल के बाहर दुकान से 351 रूपया में दवाई लेने के बाद बच्चे को इंजेक्शन दिया गया। मुझे लगता है आज के समय में जहां पूरी दुनिया स्वास्थ्य के मामले में अपने आप को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत हैं पूरा प्रयास कर रही है। अपने स्वास्थ्य विभाग में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होने दे रहे हैं। देवघर के सदर अस्पताल के कर्मी तथा डॉक्टर गन भी पूरी तत्परता और तन्मयता से लोगों की सेवा कर रहे हैं। मैं तथा मेरी पूरी टीम अपने सभी डॉक्टर तथा अस्पताल में कार्यरत कर्मियों को आभार सहित साधुवाद देता हूँ, परंतु इनके पास भी संसाधनों की इतनी कमी देखकर काफी दुख और क्षोभ हुआ। जहां देवघर के सारे प्राइवेट हॉस्पिटल लगभग बंद हो चुके हैं वहां इलाज नहीं होता है डॉक्टरों की अपनी इच्छा है सदर अस्पताल ही एकमात्र सहारा है। सभी लोगों के लिए और वहां भी यदि मरीजों को सारी सुविधा नहीं दिया जाता है तो आम जनता कहां जाए? हम लोगों ने इस संबंध में बात की तो पता चला कि महीनों से यहां पर बिल्ली, कुत्ता, बंदर काटने की दवा तो है ही नहीं कई और ऐसी दवाइयां जो अत्यावश्यक है हॉस्पिटल में उपलब्ध नहीं है। काफी दुखद स्थिति है।

हमने जब कोरोना वायरस से संबंधित मरीजों के लिए सैनिटाइजर मास्क देने की बात की तो पता चला कि मास्क का आॅर्डर तो दिया गया है। परंतु आज तक उपलब्ध नहीं हो पाया। पता नहीं कब तक उपलब्ध हो पाएगा यह ऊपर की बात है। अब बताइए यदि आज की स्थिति में भी मास्क, सैनिटाइजर अस्पताल में उपलब्ध नहीं है तो यह कितनी दुखद और शर्मनाक बात है। मैं भाजपा के नाते नहीं मानवता के नाते अपने उपायुक्त महोदया अपने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह करता हूं कि हम देवघर जिले के लोगों पर भी कृपया ध्यान दें। हम लोगों के साथ इस दुख की घड़ी में आप और आपका मंत्रिमंडल तथा प्रशासन भी पूरे जनता का सहयोग करें। ऐसी आपसे आशा है। इस विषय को लेकर मैंने उपायुक्त देवघर, मुख्यमंत्री झारखंड सरकार, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा तथा नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल जी को भी ट्वीट कर जानकारी दी।

By ख़बरों की तह तक

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