रामगढ/संवाद-सूत्र । चितरपुर प्रखंड अंतर्गत सुकरीगढ़ा पंचायत के उत्क्रमित उच्च विद्यालय में चारदीवारी नहीं होने के कारण बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है पूर्व प्रधानाचार्य धनेश्वर महतो के द्वारा सुकरीगढ़ा पंचायत के मुखिया माथुर महतो एवम् विभागीय पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर उन्हें समस्या से अवगत करवाया और समस्या का समाधान की मांग की मगर उन्हें अब तक आस्वाशन के अलावा कुछ नहीं मिला लंबे वर्षों से विद्यालय बिना चारदीवारी के संचालन हो रहा है विद्यालय परिसर में आय दिन पोधो को लगाया जाता है मगर जानवर आके पोधों को नस्ट कर देते है ऐसे में विद्यालय परिसर में पेड़ पोधो की कमी के वजह से बच्चो को सुध हवा नहीं मिल पा रहा है पशुओं द्वारा आए दिन विद्यालय परिसर में गंदगी फैलाने की समस्या उत्पन्न हो रही है साथ ही पागल कुत्तों ने विद्यालय के बच्चों का जीना हराम कर रखा है पागल कुते बच्चो को देखते ही अनपे झपाटा मारते है ऐसे में डर के वजह से बच्चो कि उपस्थिति दिन प्रतिदिन कम होते जा रही है। विद्यालय परिसर में हर रात तम्बाकू सेवन करने वालो का एक अड्डा बना हुआ है ये स्थिति लोक डाउन से पहले भी थी मगर अब विद्यालय बंद होने के वजह से तम्बाकू सेवन करने वालो को बेहतर मौका मिला हुआ है वो बेखौफ अपने सौंख को अंजाम दे रहे है। मौके पे विद्यालय प्रबंधक समिति अध्यक्ष राजकुमार प्रसाद ने बताया कि जहां बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। और उन्हें किताबों की जगह पढ़ाई की शुरुआत पशुओं की गंदगी उठाकर करनी पड़े तो यह शर्मनाक स्थिति है। लेकिन उत्क्रमित उच्च विद्यालय का यह नजारा प्रतिदिन का है। प्रतिदिन विद्यालय खुलते ही पशुओं की गंदगी बच्चे और शिक्षक मिलकर साफ करते है और फिर शिक्षा के मंदिर में शिक्षा के देवी की अराधना होती है। चाहरदीवारी नहीं होने का खामियाजा पूरा विद्यालय परिवार भुगत रहा है।