सिमुलतला:-
मेरा और अशोक सिंह की दोस्ती आत्मीय संबंध था, जिसे अब सिर्फ मैं ही समझ सकता हूं। उपरोक्त बातें शुक्रवार को
समाजसेवी सह कांग्रेस नेता अशोक सिंह उर्फ बाबली सिंह के निधन पर सिमुलतला स्थित अन्या रिजॉर्ट में आयोजित शोक सभा को संबोधित करते हुए पर बांका सांसद गिरिधारी यादव ने कही। यादव ने कहा हमलोग साथ – साथ खेले – कुदे, पढ़े – लिखे, साथ ही साथ राजनीतिक की ककहरा भी सीखा। हमदोनो के बीच कभी किसी बात को लेकर कभी मनमुटाव नहीं हुआ। इसके पीछे का एक मात्र कारण एक दूसरे के प्रति कोई स्वार्थ नहीं था। सिमुलतला आवासीय विद्यालय, सिपाही प्रशिक्षण, बी.एम. 11 लाने का श्रेय भले मुझे मिला लेकिन धरातली स्वरूप में स्थापित करने में जो भूमिका अशोक सिंह ने निभाई उसे भुलाया नहीं जा सकता है। क्षेत्र के विकास के लिए वे हमेशा मुखर रहे। कौन सी योजना सिमुलतला क्षेत्र के लिए लाभकारी होगा इसके लिए वे तत्परता पूर्वक अध्ययन करता था एवं कहां से काम होगा इसकी जानकारी उसे होता था। झाझा विधायक डा. रविन्द्र प्रसाद यादव ने अपने संवेदना में कहा सिमुलतला की पहचान अशोक सिंह थे। वे मेरे छोटे भाई सामान था। अशोक सिंह में जो व्यव्हार कुशलता था वह बहुत कम लोगों में देखा जाता है। मृत्य आत्मा के शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर ईश्वर से प्रार्थना किया गया। शोक सभा को पूर्व प्रमुख चांदन पलटन यादव, चांदवारी पंचायत मुखिया शैलेंद्र दास, कुसुम जोरी पंचायत मुखिया वीरेंद्र दास, ग्राम भारती सिमुलतला के संचालक कुमार विमलेश, पूर्व पार्षद श्रीकांत यादव, समाजसेवी विजय यादव, पूर्व मुखिया परमानंद दास, झाझा सरपंच संघ के अध्यक्ष मनोरंजन प्रसाद, विवेकानंद सिंह उर्फ गुड्डू, अरविंद सिंह, रवि सिंह उर्फ सोनू, प्राकृतिक चिकित्सक डा. मनोज कुमार के अलावा बांका, जमुई एवं देवघर जिले के कई समाजसेवियों ने भाग लिया।