अभिषेक कुमार राय
देवघर :
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया कैश एडमिनिस्ट्रेशन सेल देवघर के इंचार्ज मिथिलेश कुमार ने जसीडीह चकाई मोड़ स्थित एसबीआई एटीएम सेंटर से षडयंत्र कर 51 लाख 14 हजार 500 रुपए चोरी करने को लेकर जसीडीह थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार एसबीआई के चकाई मोड़ स्थित एटीएम सेंटर में 8 जुलाई को कुल 55 लाख 67 हजार रुपया उपलब्ध था। उसके बाद 9 जुलाई को एक कस्टमर द्वारा 500 रूपए का एक ट्रांजैक्शन उक्त एटीएम सेंटर से किया गया। उसके बाद कुछ तकनीकी समस्या की वजह से 9 जुलाई से लेकर 30 जुलाई तक एटीएम सेंटर बंद रहा। 30 जुलाई को जब तकनीकी समस्या का समाधान कर लिया गया और उस समय जब एटीएम में मौजूद कैश का वेरिफिकेशन किया गया तो उसमें मात्र 4 लाख 52हजार रुपए मौजूद पाया गया। जबकि एटीएम सेंटर से 51 लाख 14 हजार 500 रुपए शॉर्ट पाया गया। जबकि इस दरम्यान एटीएम केंद्र और मशीन का लॉक बरकरार था और उसके साथ किसी तरह की कोई छेड़खानी नहीं देखी गई। कैश एडमिनिस्ट्रेशन सेल देवघर बैंक की ही एक यूनिट है जो सभी तरह के एटीएम सेंटर और ब्रांच का कैश मैनेजमेंट देखती है। कैश एडमिनिस्ट्रेशन सेल देवघर का नेतृत्व डिप्टी मैनेजर संजय कुमार केसरी, असिस्टेंट मैनेजर वृंदा प्रसाद और सीनियर असिस्टेंट चंद्रशेखर सुधांशु द्वारा किया जाता था, और उपरोक्त तीनों व्यक्ति एटीएम सेंटर के पासवर्ड के संरक्षक और एटीएम केंद्रों में कैश की भरपाई के लिए जिम्मेदार होते हैं। एफआईआर में उन्होंने जिक्र किया है कि इस स्थिति में उन्हें संदेह है कि यह 51 लाख 14 हजार 500 रुपए की चोरी एक षड्यंत्रपूर्वक तरीके से अंजाम दी गई है और इस मामले में बड़ी साजिश की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने अनुरोध किया है कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जाए और मामले को सच्चाई को उजागर कर पब्लिक के चोरी किए हुए पैसे को वापस कराया जाए। मामले में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है।