जमुई :भारत के कुल जनसंख्या का 37% हिस्सा बच्चों का है, जिसका यौन शोषण एक सामुदायिक चिंता का विषय है ।इसे लेकर 2012 में यौन अपराधों से बच्चों को संरक्षित करने के लिए एक अधिनियम तैयार किया गया जो पॉस्को कहलाया। वहीं 2015 में किशोर बच्चों की देखभाल और संरक्षण के लिए अधिनियम 2015 के तहत जेजे एक्ट तैयार किया गया। इसी एक्ट के प्रचार प्रसार एवं जागरूकता अभियान के रूप में व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित न्याय सदन में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार गुप्ता ने दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। आयोजन के शुरुआत में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए सत्र न्यायाधीश श्री गुप्ता ने बताया कि पॉक्सो और जेजे एक्ट मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी के तहत यौन उत्पीड़न ,यौन शोषण एवं पोर्नोग्राफी जैसे अपराधों को रोकने के लिए बनाया गया है।

इसकी जानकारी समाज के हर माता-पिता को व्यापक रूप से होना चाहिए। इस एक्ट का विशेष लाभार्थी बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसी के द्वारा अच्छे और बुरे स्पर्श को भली-भांति भांपकर इसकी जानकारी अपने माता पिता को दें। साथ ही श्री गुप्ता ने इस कानून का व्यापक प्रचार-प्रसार पर भी बल दिया। मौके पर उपस्थित जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव एसीजेएम शशि भूषण कुमार ने बताया कि 18 साल से कम उम्र के किसी बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न का मामला इस कानून के अंतर्गत आता है।

जिसके तहत लड़के और लड़कियां समान रूप से सुरक्षा प्राप्त करते हैं। इस कानून के तहत प्रावधान है कि इसकी सुनवाई विशेष अदालत में होती है। उन्होंने यौन उत्पीड़न के भुक्तभोगी छात्राओं से अपील करते हुए कहा कि अपने साथ दुर्व्यवहार के दौरान बेझिझक हिम्मत करते हुए इसकी जानकारी अपने परिजनों को दें ,ताकि आगे की उचित कार्रवाई की जा सके। कई बार ऐसा देखा गया है कि बच्चों के साथ हुए दुर्व्यवहार की जानकारी नहीं मिलने के कारण भी दुष्परिणाम के साथ दुर्व्यवहार होता है। देखा जाए तो बाल यौन उत्पीड़न एवं यौन शोषण को लेकर कानून व्यवस्था सजग रही है, जिसे लेकर ऐसे कानून को समाज में लाकर सुरक्षा दायरा को प्राथमिकता दी गई है ।

जरूरत है माता-पिता से लेकर बच्चों को जागरूक रहने की जो इस कानून का संरक्षण के रूप में लाभ उठा सकें। इस मौके पर न्यायिक पदाधिकारी सैयद शब्बीर आलम, उमेश शर्मा, मनीष पांडे, सिविल सर्जन डॉ विजयेंद्र सत्यार्थी, डॉ सैयद नौशाद अहमद, मुख्यालय डीएसपी लाल बाबू यादव, स्वीप आईकॉन बेबी कुमारी, समाजसेवी शिव शंकर सिंह पंकज कुमार तथा अन्य मौजूद रहे।