पटना/संवाददाता। गुरुवार को समर्थ नारी समर्थ भारत की हुई बैठक में 28 मई को राजीवनगर में जलाकर मार दी गयी। प्रज्ञा आनन्द के मामले में अभी तक उसके सास रुमा लाल और ससुर रिटायर्ड डीएसपी के एम लाल की गिरफ्तारी न होने व राज्य में बढ़ रही महिला उत्पीड़न की घटना पर गहरा आक्रोश ब्यक्त किया गया। बैठक में सरकार से मांग की गई कि दोनो की गिरफ्तारी के साथ साथ जेल में बंद उसके पति सुमित कुमार के खिलाफ जल्द से जल्द चार्जसीट दायर करे अन्यथा आरोपी 90 दिन बाद जमानत पर बाहर निकल सकता है।

बैठक में सरकार से महिला उत्पीड़न की घटना को रोकने के लिये करे कानून बनाने जिसमे आरोपी को 6 महीने के भीतर सजा सुनिश्चित हो और एक साल तक जमानत न मिले। बैठक की अध्यक्षता पुष्पा पाठक और संचालन मीना श्रीवास्तव और धन्यवाद ज्ञापन रेखा श्रीवास्तव ने की। बैठक को सम्बोधित करते हुए माया श्रीवास्तव ने कहा कि हम महिलाओं को उनके हक और उनपर होने बाले अत्याचार के खिलाफ पूरी शक्ति से विरोध करने के लिये आगे आये। प्रज्ञा आनन्द को इंसाफ दिलाने व हत्यारे को गिरफ्तार करने के लिये हमें सड़क पर उतरना होगा।

हम कानून मानने बाले है इसलिए हमलोग लोकडौन समाप्त होने के बाद धरना प्रदर्शन करेंगे। तब तक संगठन महिला आयोग, पुलिस के आला अधिकारियों से भेंट कर उनसे आग्रह करेगी कि प्रज्ञा आनंद कांड के आरोपित उसके सास रुमा लाल रिटायर्ड डीएसपी की गिरफ्तारी जल्द करे। इसके लिये संगठन ने एक कमिटी बनाई है जिसमे पुष्पा पाठक, रेखा श्रीवास्तव, मीना श्रीवास्तव, नीलू सिंह, ममता श्रीवास्तव, मोनिका सिन्हा, किरण ठाकुर शामिल है जो महिला आयोग और पुलिस पदाधिकारी से मुलाकात करेगी।