देवघर : नये सदर अस्पताल सभागार में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत कन्या भ्रुण हत्या पर रोकथाम हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उट्घाटन सिविल सर्जन डाॅ0 विजय कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी देवघर श्रीमति अनीता कुजूर, एवं डाॅ0 सुषमा द्वारा संयुक्त रुप से किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके अलावा उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य कन्या भु्रण हत्या पर रोक-थाम कैसे लगे इस पर चर्चा करना है। आज के समय में अल्ट्रासाउंड जांच में गर्भस्थ शिशु के ‘‘लिंग‘‘ की जांच करने और कराने के खिलाफ लोगों में जागरूकता फैलाना अतिआवश्यक है। गर्भवती महिला की अल्ट्रासाउंड जांच का इस्तेमाल गर्भस्थ शिशु के विकास की गतिविधियों पर नजर रखकर उसकी खामी दूर करने के लिए होना था। मगर इसका गलत इस्तेमाल कन्या भ्रुण हत्या के लिए किया जा रहा है। ऐसे में जरूरत है कि हम सभी मिलजुल कर कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथा को दूर करें। आज बदलते दौर में बेटियां हर क्षेत्र में बेटों के बराबर खड़ा होकर अपनी प्रतिभा का परिचय दे रही हैं।

कार्यशाला के दौरान सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि गर्भस्थ शिशु का ‘‘लिंग‘‘ जांच करना और कराना दोनों अपराध है। इसमें डॉक्टर से लेकर जांच करने वाले तथा जांच कराने वाले सभी एक समान दोषी माने जाएंगे।
इस अवसर हॉस्पिटल के प्रसूति वार्ड में लगभग 2 दर्जन से अधिक नवजात कन्या शिशुओं में मच्छर दानी वितरण कर बेटियों को बचाने की अपील सभी से जिला समाज कल्याण पदाधिकारी द्वारा किया गया। इसके अलावे कार्यक्रम के दौरान तेजस्वनि परियोजना के बच्चियों ने कन्या भु्रण हत्या व बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं विषय पर आधारित लघु नाटक की प्रस्तुति की गयी।
कार्यक्रम में उपरोक्त के अलावे श्री संजय मिश्रा, श्री फाल्गुनी मरीक अधिवक्ता ने डालसा की और से विस्तृत कानूनी जानकारी दी गयी।
इस अवसर पर उपरोक्त के अलावे महिला चिकित्सक, सुशील पांडे, तेजस्विनी के निशि कुमारी, प्रीति रानी, अंजली, भारती पूजा, सुलोचना वृंदा, फूलकुमारी शालू सोनाली रानी सहित जिले कई अल्ट्रा साउंड लेब टेक्नीशियन, और नीजि प्रसूति गृह के चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों ने भाग लिया।

सभी अभिभावकों से नैन्सी सहाय की अपील

उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय ने देवघर जिला अंतर्गत सभी बेटियों के पालक माता-पिता से आग्रह करते हुए कहा है कि ’’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं’’ योजना पर बात शुरू करने के पूर्व सभी माता-पिता को हार्दिक अभिनन्दन करती हूं। बेटियां हमारी भारतीय संस्कृति में पूज्यनीय देवी तुल्य है। वैदिक संस्कृति में इस बात की स्वीकृति है- ’’यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमन्ते तत्र देवता’’ जहां नारी, बेटियां, स्त्रीयों का सम्मान होता है। वहां देवताओं को वास होता है। अपने बेटी को जन्म पालन-पोषण, सुरक्षा, शिक्षा और संस्कार देकर इस समाज और देश में अप्रतिम योगदान दिया है। साथ ही आप सभी बेटियों के सार्वंगीन विकास और विकास के सर्वोत्तम शिखर में बेटियों का स्थान दिलाने, उसकी सुरक्षा, सम्मान, प्रतिष्ठा और प्रोत्साहन देकर अपनी महती जिम्मेवारी निभानी होगी।
बेटियों की उज्जवल भविष्य के लिए राज्य और केन्द्र सरकार तत्पर है।

झारखण्ड सरकार बेटियों के सर्वोत्तम हितार्थ आप सबों के साथ है। सरकार ने बेटियों के लिए कई योजनाएं चला रही है। यथा- मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, तेजस्वनी योजना, मुख्यमंत्री सुकन्या योजना, किशोरी शक्ति योजना आदि। समाजिक शोषण, उत्पीड़न एवं घेरलू हिंसा से पीड़ित बेटियों के लिए जिले में समुचित सुरक्षा व्यवस्था है। जिसके लिए हेल्प लाईन नम्बर उपलब्ध है। घरेलू हिंसा से बचाव हेतु जिले के सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, संरक्षरण पदाधिकारी के रूप में घोषित है। उपर्युक्त योजनाएं का प्रयोग कर बेटियों की सुरक्षा, शिक्षा, विवाह एवं रोजगार उपलब्ध कराया जाय। आप यदि थोड़ा सजगता, जागरूकता और तत्परता दिखाएं तो बेटियां किसी के लिए भार नहीं बनेगी वह परिवार के खुशाहाली का आधार बनेगी।

21वीं सदी की बेटियां किसी मायने में बेटों से कम नहीं है। विश्व मानस पटल पर अमिट छाप छोड़नेवाली बेटियों की गौरव गाथा से पूरी समसामायिकी भरी पड़ी है। जैसे कल्पना चावला (अंतरक्षी यात्री), सानियां मिर्जा (टेनिस), पीटी उषा (धाविका), साक्षी मालिक (महिला कुश्ती) दीपा कर्मकार (जिम्नास्टिक), एमसी मैरीकाॅम (मुक्केबाजी), चंदा कोचर (प्रबंधन), आदि स्वनाम धन्य पिता के आदर्श सुपुत्रियां है। इसलिए आप से अनुरोध है कि आप बेटियों को बराबरी का हक हौसला और अवसर देने के लिए आगे आएं।
देशी कहावत है- ’’बेटा पढ़ले एक घर बनतो, बेटी पढ़ले संसार बनतो’’
अतः आप सभी से अनुरोध है कि बेटियों को उनके वाजिब मानवीय हक देने में आप सभी माता पिता व उनक परिजन सदेव तत्पर रहेंगे।