देवघर : उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय की अध्यक्षता में जिला समाज कल्याण विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यो व योजनाओं की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभागार में आयोजित की गई। समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने मातृत्व वंदना योजना के तहत विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा किये जा रहे कार्यो की वास्तु स्थिति से अवगत हुई एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि मातृत्व वंदना योजना के तहत राज्य द्वारा निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति हेतु बेहतर रणनीति तैयार करते हुए सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सेविका, सहायिका एवं ए०एन०एम० को आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ टैग करते हुए लक्ष्य की प्राप्ति करें। बैठक के दौरान उपायुक्त ने जानकारी दी को जिले के विभिन्न प्रखंडों अंतर्गत कुल 36 आंगनबाड़ी केंद्रों को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के माध्यम से सी०एस०आर० मद से मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में विकसित किया जाना है। ऐसे में आप सभी संबंधित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी उन आंगनबाड़ी केंद्रों के कार्यो की समीक्षा करते हुए कार्य प्रगति की रिपोर्ट जिला समाज पदाधिकारी के माध्यम से उपायुक्त कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
समीक्षा के क्रम में उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय द्वारा जानकारी दी गयी कि दिव्यंजनो हेतु समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित विवेकानंद पेंशन योजना अब सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा संचालित किया जाएगा अतः आप सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी दिव्यांगजनो की सूची अपने अंचल कार्यालय को उपलब्ध कराते हुए सारे आकड़ो को ऑनलाइन पोर्टल पर भी अपलोड करें, ताकि सभी योग्य दिव्यांगजनो को ऑनलाईन पेमेंट किया जा सके। इसके अलावा बैठक के दौरान उन्होंने तेजस्विनी योजना के तहत 14 से 24 साल की बच्चियों एवं महिलाओं को आंगनबाड़ी स्तर से जोड़ते हुए क्लब गठन के कार्यों की जानकारी ली एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को निदेशित किया कि तेजस्वीनी योजना के कार्य प्रगति की महीने में दो बार समीक्षा करते रहे, ताकि जिला अंतर्गत 14 से 24 साल की बच्चियों एवं महिलाओं को को आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सुदृढ़ किया जा सके। इसके अलावे उपायुक्त ने 30 जनवरी से 13 फरवरी तक चलने वाले स्पर्श कुष्ठ जागरूक्ता अभियान की समीक्षा करते हुए जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को निदेश दिया की आंगनबाड़ी केंद्रों के माधयम से इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराये एवं इसे सफल बनाने में सभी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करे।
स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निदेशित किया की जिला अंतर्गत सभी गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच एवं बच्चों के पोषकता की जांच हेतु प्रत्येक सप्ताह के शनिवार का दिन निर्धारित किया जाय एवं इस दिन सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर सेविका, सहायिका, ए०एन०एम० उपस्थित रहे ताकि सभी महिलाओं एवं बच्चों का स्वास्थ्य जांच सही तरीके से हो सके। साथ हीं उक्त दिन से जुड़ी जानकारी का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाय ताकि अधिक से अधिक को इसका लाभ मिल सके। इसेक अलावे बैठक के दौरान उन्होंने जिले के पांच एम0टी0सी0 यथा-सदर अस्पताल, जसीडीह, मधुपुर, करौ, पालोजोरी के द्वार कुपोषित बच्चों को एम0टी0सी0 लाकर उनका उपचार कराना तथा उन्हें सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने संबंधी कार्यों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि सभी सुपरवाईजर, आंगनबाड़ी सेविका ए0एन0एम0 को निदेशित करें कि इन सभी कार्यों को प्राथमिकता देते हुए अपने कत्र्तव्यों को निर्वहन करें। बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा प्रखण्ड वाईज संस्थागत डीलिवरी की समीक्षा करते हुए सभी संबंधित चिकित्सकों एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को निदेशित किया कि सभी अपने-अपने क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार कर लें तथा उन सभी का डीलिवरी के उपरांत सभी का शत प्रतिशत आकड़ा तैयार कर उपायुक्त कार्यालय को समर्पित करें।
इसके अलावे उपायुक्त ने जिले में जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं को 1 घंटा के अंदर माता का दूध पिलाना, टीकाकरण एवं अन्य सारी सुविधाएँ नवजात बच्चे को उपलब्ध करायी जाने वाली सुविधाओं की वास्तुस्थिति से अवगत हुई तथा हर-हाल में नवजात शिशुओं को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया।
बैठक के माध्यम से उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय ने सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों व अधिकारियों से अपील करते हुए कहा है कि सभी के स्वास्थ्य की रक्षा करना हम सभी की जिम्मेवारी व कर्तव्य है। इसके लिए पूरी तत्परता से सभी मिलकर कार्य करें। भारत सरकार, WHO, UNO के साथ मिलकर स्वास्थ्य संबंधी कई महत्त्वपूर्ण योजनाएं चला रही है। ये सभी योजनाएं धरातल पर तभी सुदृढ़ तरीके से उतरेगी जब हम सभी अपनी जिम्मेवारी को समझेंगे तथा मिलकार कार्य करेंगे।
बैठक में उपरोक्त के अलावे उपविकस आयुक्त श्री शैलेन्द्र कुमार लाल, सिविल सर्जन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित थे।