देवघर। नगर निगम के वार्ड पार्षदों को अनाज के बदले प्रति किलो अनाज के एक रुपए लेने एवं बोरा जमा करने की बात हजम नहीं हो रही है। जनता से पैसे वसूली की बात सुनकर काफी तकलीफ हुई है। इसको लेकर वार्ड नंबर 22 के पार्षद आशीष कुमार झा उर्फ कन्हैया झा ने नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पहली बार निगम जनता को अनाज दे रही थी। ऐसे में पैसे मांगना उचित नहीं था। जनता तो पहले से सफाई, पानी सहित कई टैक्स दे रही है। दुख की घड़ी में निगम को जनता के साथ खड़ा होने का अवसर मिला था। उसे भी निगम ने गवा दिया। पार्षद ने अब आगे से निगम का अनाज लेने से मना कर दिया है। श्री झा ने कहा कि नगर निगम ने जनता को बांटने के लिए पहले चावल दिया। अब बारी बारी से शर्त लाद रही है।

उन्हें शुरू में ही सारी बातों की जानकारी देनी चाहिए थी। यह कहीं ना कहीं व्यवस्था का दोष है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि लाभुकों को चावल देने के बाद पैसा मांगना कहां तक उचित है। एक तो पहले से हर बोरा में 2 से 3 किलो चावल कम आ रहा है। फिर भी हम लोग जनता के कारण चावल का उठाव कर रहे थे। एक अखबार में खबर छपने के बाद निगम से संपर्क किए तो मालूम हुआ कि हर लाभुकों से प्रति किलो एक रुपए की दर से नगद लेने के साथ-साथ बोरा भी जमा करना है। यह निगम के जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ निगम क्षेत्र की जनता का भी अपमान है। जनता ने पहचान दी है। उसके लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। आगे से चावल का उठाव नहीं करने का निर्णय लिए हैं। क्षेत्र की जनता को निजी खर्च से ही चावल देंगे। अब निगम से चावल नहीं चाहिए।