देवघर : गणतंत्र दिवस के अवसर पर आज मुख्य समारोह स्थल के0के0एन0 स्टेडियम में उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी श्रीमती नैन्सी सहाय ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और झंडे को सलामी दी। इस अवसर पर झारखंड सशस्त्र पुलिस के जावनों द्वारा आकर्षक परेड की प्रस्तुति की गयी, कई स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा भी आकर्षक परेड का प्रदर्शन किया गया। राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान मे स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति किया गया। कई मनोहर झांकिया निकाली गयी, जिनमे खास कर बाबा मंदिर में प्रतिदिन की गतिविधि, साईबर अपराध से बचने की जानकारी, स्वच्छता, प्रकृति में रचि-बसी संस्कृति के अलावा राज्य में चलाई जा रही विकास योजनाओं को बखूबी दर्शाया गया।
परेड निरीक्षण के पश्चात अपने संबोधन में उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय ने कहा कि गणतंत्र दिवस के इस पावन अवसर पर आप सभी देवघरवासियों को मेरे तरफ से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आशा करती हूँ कि आप सभी विकास के पथ पर इसी प्रकार अग्रसर होते रहें एवं नित्य नये आयाम को छूएं।
इसके अलावे उन्होंने कहा कि इस तिरंगे के समक्ष खड़े होते ही एक संकल्प हदृय में उभरता है। तिरंगा अमर रहे। अपनी आजादी अटल रहे। इसके साथ ही शहीदों की कुर्बानी, बलिदान की गथाएं, मस्तिष्क में अंकित होने लगती है। 200 सालों के संधर्ष के पश्चात मिला अपनी आजादी का यह झण्डा। अंगे्रजी बूंटो की मार, काले पानी का भयंकर कष्ट, फांसी के फंदे की जकड़ अपमान, लाठियों की मार सबकुछ सहन किया आजादी के दिवानों नें।


आज उन्हीं के बलिदान और त्याग के छांव में हम सभी को आजाद हवा में सांस लेने का सौभाग्य मिला, उनका ऋण हम नहीं चुका सकते। बस इसकी रक्षा करने का कर्तव्य निभाकर हीं उन्हें श्रद्धाजंलि दे सकते है। यह सत्य है गुलामी के दर्द की टीस हदृय में प्रज्जवलित रखना होगा, तभी आजादी की रक्षा का प्रण भी जीवित रहेगा। मेरे भाईयों बहनों देश में आजादी की पहली सुबह क्या बदला था, वहीं आकाश, वही सूरज, वही हवा झोपड़ियों में मकड़जाल वही था, मिट्टी के चूल्हे पर अलमुनियम के टेढ़े-मढ़े बर्तन, टूटी थाली सब वही था। कुछ भी तो नही बदला था, मगर उस पहली सुबह में आकाश अपना था, जमीन अपनी, सूरज अपना और हवा में घुटन नहीं थी। झोपड़ी पर महल खड़ा दिखायी दे रहा था। उम्मीद का दरवाजा खुला था। वहां से अपना मार्ग का सपना जागा था। उसी उम्मीद की यात्रा चल रही है आज तक।
हम सभी को मिलकर इस यात्रा की गति तेज करनी है। 26 जनवरी हमे स्मरण कराता है कि हमने अपनी मुट्ठी में अपने कानून को थाम रखा था। अपने संविधान को मार्गदर्शक बनाकर सभी दिशाओं में विकास का मार्ग प्रशस्त करना है।


इसके अलावा उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय द्वारा जानकारी दी गयी कि वर्ष 2019 देवघर जिला के लिये सफलताओं एवं उपलब्धियों का वर्ष रहा। इस बर्ष श्रावणी मेला भादो मेला के शांतिपूर्ण समापन के साथ-साथ झारखण्ड विधानसभा आम चुनाव, 2019 सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया गया।
■ अपने संबोधन में उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय ने देवघर जिलान्तर्गत विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों की उपलब्धियों से सभी को अवगत करायाः-

ग्रामीण विकास द्वारा इस वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान देवघर जिले के अंतर्गत अबतक लगभग 58.04 करेाड रूपये व्यय कर 82654 परिवारों को रोजगार के अवसर प्रदान किये गये है तथा इसके माध्यम से लगभग
29.44 लाख मानव दिवस का सृजन किया गया है। 11205 योजनाऐं इस वित्तीय वर्ष में अबतक पूर्ण की जा चुकी है तथा 25291 योजनाऐं कार्यशील है।

प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत देवघर जिले को वर्ष 2018-19 के लिये निर्धारित लक्ष्य 7270 के विरूद्ध अबतक 6306 आवास का निर्माण कार्य पूर्ण करा लिया गया है। वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिये देवघर जिला को कुल 14500 आवास के नव-निर्माण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसके विरूद्ध 14500 लाभुक परिवार के लिये आवास की स्वीकृति प्रदान जा चुकी है तथा लाभुक परिवार को प्रथम किस्त निर्गत करने के उपरांत कार्य प्रगति में है।

पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं अन्य संबंधित विभागों द्वारा देवघर जिलान्तर्गत चिन्ह्ति महत्वपूर्ण पर्यटन, दार्शनिक स्थलों की स्थानीय आवश्यकता आधारित संरचना का निर्माण कराया जा रहा है। देवघर नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत पर्यटन, सार्वजनिक स्थलों पर Open & Indoor GYM का निर्माण कराया जा रहा है।
■प्रसाद योजना के तहतः-
1- Enterance Gateway to City
2- Jalsaar Lake Front Development
3- Shivganga Pond Beautification
4- Tourist Information KIOSK
5- Command Center
6- Kanwariya Path Strengthening
लगभग 39 करोड़ लागत राशि से कमाण्ड सेन्टर बनाया जाना है। इसके अलावे नंदन पहाड़ अवस्थित शिल्प ग्राम का उन्नयन कर इसे पुर्न-चालित कराया गया है। साथ ही, शिल्पग्राम अवस्थित एग्रो-पार्क को भी पुनः चालू कर उपयोग में लाया जा रहा है।

प्रखण्ड भवन देवघर जिलान्तर्गत पाॅंच प्रखण्ड (मोहनपुर, सारठ, पालोजोरी, मधुपुर एवं करौं) के अनुरूप सभी आधारभूत सुविधा युक्त नये प्रखण्ड-सह-अंचल कार्यालय भवन का निर्माण कार्य पूर्ण कराया जा चुका है, जिसे व्यवहार में लाया जा रहा है।

सामाजिक सुरक्षाः-
इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन (सामान्य) के तहत् 38509 लाभुक, इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन {80 वर्ष एवं इससे ऊपर} के तहत् 1725 लाभुक, इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन के तहत् 9534 लाभुक, इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय विकलांग पेंशन के तहत् 1490 लाभुक, मुख्यमंत्री राज्य वृद्धावस्था पेंशन के तहत् 13933 लाभुक, मुख्यमंत्री राज्य विधवा सम्मान पेंशन के तहत् 10583 लाभुक, मुख्यमंत्री आदिम जन जाति पेंशन के तहत 790 लाभुक, एच0आई0वी0 एड्स पीड़ित पेंशन के तहत 51 लाभुक, राष्ट्रीय परिवार हित लाभ योजना के तहत् 107 तथा स्वामी विवेकानंद निःशक्त स्वावलंबन पेशन योजना के तहत कुल 10561 लाभुक (कुल 87283 लाभुक) को आच्छादित करते हुए लाभान्वित किया जा रहा है।

आपूर्ति विभाग द्वारा देवघर जिलान्तर्गत 2,08,874 पूर्विक्ता प्राप्त परिवार (PHH) के 11,09,690 सदस्यों को राशन कार्ड के माध्यम से प्रति सदस्य 5 कि0ग्रा0 अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अलावे 15,451 अन्त्योदय (AAY) परिवारों के 69,848 सदस्यों को प्रति राशन कार्ड 35 कि0ग्रा0 अनाज की दर से प्रति माह उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत 1,78,290 परिवारों को KYC भराया गया है, जिसमें से कुल 1,23,068 परिवारों को इसका लाभ उनके घर तक पहूॅचाया गया। वहीं 692 आदिम जनजाति पहाडिया परिवार को 35 कि0ग्रा0 अनाज प्रतिमाह उनके घर तक पहॅूचाया जा रहा है। लोगों की सुविधा हेतु 12-दालभात केन्द्रों के माध्यम से प्रतिदिन मात्र 5/-रू0 की दर से भेाजन कराया जाता है।

जिला कल्याण विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 में देवघर जिलान्तर्गत छात्रवृत्ति येाजना के तहत अनु0जा0/अनु0ज0जा0/पिछड़ा वर्ग के छात्र एवं छात्राओं को डी0बी0टी0 के माध्यम से सीधे उनके बैंक खाता में छात्रवृत्ति की राशि उपलब्ध करायी जा रही है। इसकेे अलावे निःशुल्क साईकिल वितरण योजना के अलावे असाध्य रोग, दुर्धटना एवं गंभीर बिमारी से पीड़ित अनु0जा0/ज0जा0/पिछडी वर्ग के गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वाले 332 व्यक्तियों को लाभान्वित किया गया है। इसके अलावे वन अधिकार अधिनियम के तहत 30 व्यक्तियों को आच्छादित कर जंगल भूमि पर खेती एवं आवासन के अधिकार हेतु दावा पत्र दिया गया है।

स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत देवघर जिला में शौचालय के निरंतर उपयेाग हेतु सबों की भागदारी से सघन जन-जागरूकता अभियान ग्राम स्तर पर किया जा रहा है। वर्तमान में कतिपय छूटे हुए लाभुक का सर्वे कराते हुए लगभग 16000 नये शौचालय (IHHLs का निर्माण कराया जा रहा है। साथ ही, प्लास्टिक मुक्त ग्राम की दिशा में देवघर जिलान्तर्गत जल अभियान चलाया जा रहा है।

एम्सः-
देवघर जिलान्तर्गत बहुुप्रतीक्षित एम्स का निर्माण कार्य आरंभ हो चुका है। इसी क्रम में बर्ष 2019 में एम्स के नियंत्रणाधीन एम0बी0बी0एस0 के शैक्षणिक सत्र का आरम्भ स्थानीय पंचायत प्रशिक्षण संस्थान,डाबरग्राम,जसीडीह में किया जा चुका है।
10.एयरपोर्ट:-
देवघर हवाई अड्डा (एयरपोर्ट) का निर्माण कार्य दु्रत गति से किया जा रहा है। वर्तमान में एयरपोर्ट के रनवे का कार्य पूर्ण है एवं अन्य संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है।

देवघर जिला अंतर्गत बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के उद्देश्य से स्मार्ट क्लास स्थापना, विद्यालयों में प्रक्रियाधीन है। इसके अलावे उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय द्वारा जानकारी दी गयी कि सभी कस्तुरबा आवासीय विद्यालय सहित 43 विद्यालयों में आई0सी0टी0 लेब अधिष्ठापित किया गया है। साथ ही देवघर जिलान्तर्गत सभी विद्यलयों में पेयजल एवं शौचालय की शत-प्रतिशत उपलब्धता हेतु देवघर जिला प्रशासन कृत संकल्पित है।

देवघर जिलान्तर्गत आई0ओ0सी0एल0 के सहयोग से 36 आंगनबाड़ी केन्द्र को माॅडल आंगनबाड़ी केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।

जिला खनिज फाउण्डेशन ट्रस्ट के तहत देवघर जिला अंतर्गत इस मद में उपलब्ध निधि से खनिज खनन एवं इसके ट्रान्सपोर्ट आच्छादित/प्रभावित क्षेत्र (ग्राम/पंचायत) के लिये ग्रामीण जलापूर्ति योजना, आंगनबाड़ी केन्द्र, स्वास्थ्य उपकेन्द्र, हाट बाजार/बस स्टैण्ड के लिये पेयजलापूत्र्ति येाजना, स्वच्दता (शौचालय) निर्माण की योजना के अतिरिक्त ग्रामीण सम्पकै पथ/पुलिया इत्यादि का निर्माण कराया जा रहा है।

ग्रामीण विकास विभाग(ग्रामीण कार्य मामले) द्वारा वर्ष 2019-20 के लियें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना -II के तहत जिले के लिये कुल आठ योजनाओं (78.895 कि0मी0) की स्वीकृति प्राप्त हुई है। साथ ही, राज्य सम्पोषित योजना अंतगर्बत नये पथ निर्माण की 02 योजना (12.83 किमी0) की स्वीकृति प्राप्त हुई है। इसके अतिरिक्त चार पथों (34.07 कि0मी0) के सुदृढ़िकरण तथा 04 पथों (15.37 कि0मी0) की स्वीकृति मरम्मति मद हेतु प्राप्त हुई है।

गव्य विकास द्वारा देवघर जिलान्तर्गत राज्य सरकार द्वारा संस्थापित देवघर डेयरी का प्रशीतन क्षमता 10 हजार लीटर/प्रतिदिन एवं भण्डारण क्षमता का विस्तारीकरण कर 20 हजार लीटर प्रतिदिन के सापेक्ष में औसतन 28 हजार लीटर प्रतिदिन दुध हस्तणण किया जा रहा है। इसके अलावे दुग्ध उत्पादन में उत्तरोत्तर वृद्धि के कारण सारठ में 50 हजार लीटर प्रतिदिन हस्तणण क्षमता का मिल्क प्रोसेसिंग प्लाट का निर्माण एवं स्थापना कार्य NDDB के तकनीकी निदेशन में किया जा रहा है। कृषक/महिलाओं को डेयरी विकास के क्षेत्र में राज्य के अंदर एवं बाहर वैज्ञानिक तरीके से दुग्ध व्यवसाय करने हेतु प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि देवघर जिला को श्वेत क्रान्ति की ओर अग्रसर करने का लगातार प्रयास किया जा सके।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा देवघर जिला अंतर्गत आयुष्मान भारत योजना के तहत कुल 31 अस्पतालों को आयुष्मान कार्यक्रम के तहत सूचीबद्ध कराया गया, जिसमे विभिन्न बीमारियों से ग्रसित 2425 मरीजों को उपचार सरकारी संस्थानों तथा 7335 मरीज का उपचार निजी संस्थानों के माध्यम से कराया गया है। इसके अलावे राष्ट्रीय पल्स पोलियो कार्यक्रम, 2020 के तहत कुल 3,23,000 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलायी गयी है।
कुष्ठ निवारण कार्यक्रम के तहत कुल 447 नये रोगियों की खोज करते हुए उनका ईलाज कराया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत अबतक कुष्ठ रोग से पीड़ित 294 मरीजों को रोग मुक्त कराया जा चुका है। साथ ही राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम तहत शहरी क्षेत्रों (देवघर एवं मधुपुर) में कुल 09 अटल क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है। सभी अटल क्लीनिकों में कुशल चिकित्सकों के द्वारा माह दिसम्बर, 2019 तक 8892 मरीजों का निःशुल्क ईलाज एवं औषधि वितरण किया गया है। जिले में हाईड्रसिल के कुल 2395 मरीजों को चिन्हित करते हुए 410 मरीजों का सफल ऑपरेशन किया गया।

ग्रामीण विकास विभाग झारखण्ड सरकार के द्वारा संचालित झारखण्ड स्टेट लाईवलीहुड प्रोमोशनल सोसाईटी के द्वारा अबतक देवघर जिला के सभी दस प्रखण्डों के 194 पंचायतों के अंतर्गत कुल 9647 सखी मण्डलें का गठन किया गया है, जिसके अंतर्गत कुल 1,35,058 गरीब परिवारों की महिलाऐं जुड़कर सशक्तिकरण एवं आत्मनिर्भर बनने हेतु कदम बढा चुके है। कुल 523 ग्राम संगठनों का गठन अबतक हो चुका है। साथ ही, 16 संकुल स्तरीय संगठनों का गठन किया गया है। अबतक 3937 सखी मण्डलों का बैंक खाता खोला गया है एवं 2724 सखी मण्डलों को चक्रिय निधि की राशि प्राप्त हो चुकी है। कुल 2730 सखी मण्डलों को बैंक लिंकेज का लाभ मिल चुका है। इस प्रकार सखी मण्डलों से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर सशक्तिकरण से समृद्धि की ओर निरंतर अग्रसर है।

पुनासी जलाशय योजना के तहत सिंचाई एवं जलापूर्ति के स्थायी श्रोत/व्यवस्था हेतु बहुप्रतीक्षित एवं एक लम्बे अर्से से लम्बित/निर्माणाधीन ‘‘पुनासी जलाशय योजना’’ का कार्य पुनः आरम्भ करा कर इसे पूर्ण कराया जा चुका है। इस जलाशय से देवघर जिला के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई हेतु नहर के माध्यम से पानी पहुँचाने हेतु युद्धस्तर पर कार्य जारी है। साथ ही देवघर वासियों को इस जलाशय के माध्यम से शु़द्ध पेयजल उपलब्ध कराने हेतु अतिमहत्वपूर्ण परियोजना भी प्रस्तावित है।

कृषि विभाग द्वारा देवघर जिला अंतर्गत वर्तमान में रबी फसल हेतु कृषकों को 8241.65 क्यूटंल गेहूँ, चना, मसूर, तील, मूंग इत्यादि के प्रमाणित बीच 100 प्रतिशत एवं 50 प्रतिशत अनुदानित दर पर वितरित किया गया है। इसके अलावे जैविक सब्जी उत्पादन हेतु सारवाँ प्रखण्ड अन्तर्गत 500 हे० परम्परागत कृषि विकास की योजनायें चलायी जा रही है। साथ ही कृषि उत्पादन के विपणन हेतु 362 कृषकों को स्मार्ट फोन हेतु 2000 रूपये की राशि डी०बी०टी० के माध्यम से भुगतान किया गया है। प्रत्येक बून्द-अधिक फसल परिकल्पना के साथ 42.30 हे० भूमि पर Drip Irrigation किसानों के खेतों में लगाया गया है। वहीं विशेष फसल के रूप में 30 हे० राजमा की खेती की जा रही है। इसके अलावे मलहरा गाँव को फूलों के संकूल के रूप में उद्यान विभाग द्वारा विकसित किया जा रहा है।
इसके अलावे उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय ने अपने संबोधन में जानकारी दी कि बाबा मंदिर के वार्षिक आय से बाबा बैद्यनाथ कल्याण कोष का गठन किया गया है। जिससे असहाय एवं जरूरतमंद लोगों की मदद की जायेगी।
अपने संबोधन के अंत में उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय ने देवघर जिला को आर्दश जिला के रूप में स्थापित करने हेतु सभी से सहयोग का आग्रह करते हुए कहा कि एक है अपनी जीम, एक है अपना गगन, एक है अपना जहां, एक है अपना चमन, आवाज दो, हम एक हैै। हम एक है। जय हिन्द।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय ने स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार को सम्मानित किया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री नरेंद्र कुमार सिंह, उप विकास आयुक्त श्री शैलेंद्र कुमार लाल, अपर समाहर्ता श्री चंद्र भूषण सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी श्री विशाल सागर, प्रशिक्षु आई.ए.एस श्री रवि आनंद, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री विकास चंद्र श्रीवास्तव एवं जिले के सभी वरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि, कर्मी आदि उपस्थित थे।