ओवरलोड परिचालन रोकने को लेकर मंत्री आलमगीर आलम से मिलेंगे ट्रक मालिक….
सरकार के राजस्व का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा ट्रक मालिक…..

बड़हरवा। प्रखंड क्षेत्र के बरहरवा फरक्का राष्ट्रीय राजमार्ग 80 सिरसीन गांव में ओवरलोड वाहन रोको संघर्ष समिति की बैठक पाँचू सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में बरहरवा पतना गुमानी फरक्का घौराईपाड़ा के दर्जनों ट्रक मालिक शामिल हुए बैठक में उपस्थित सभी ट्रक मालिकों ने एक स्वर से आवाज बुलंद करते हुए कहा कि हम सभी ट्रक मालिक अपने-अपने वाहनों में अंडर लोड स्टोन चिप्स लोड कर गाड़ी का परिचालन करेंगे ताकि सड़क की स्थिति ठीक-ठाक रहे क्योंकि बरसात के दिनों में सड़कों की स्थिति काफी दयनीय है।

कुछ दिन पूर्व हम सभी ट्रक मालिक अपने अपने निजी ठंड से सड़क मरम्मत करवाए हैं परंतु बरहरवा के कुछ बड़े ट्रक मालिक वह पश्चिम बंगाल के कतिपय लोग की मिलीभगत से इन दिनों सड़कों पर ओवरलोड वाहनों का परिचालन शुरू कर दिया है बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कोई भी ट्रक मालिक ओवरलोड माल लोड कर nh80 के रास्ते होते हुए पश्चिम बंगाल जाता है। कोई गाड़ी को रोक कर प्रशासन को सूचित किया जाएगा इसके बावजूद भी अगर प्रशासन ओवरलोड वाहनों का परिचालन बंद नहीं करवा पाते हैं तो हम सभी ट्रक मालिक सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे साथ ही बैठक में यह निर्णय लिया गया कि ग्रामीण विकास मंत्री सह पाकुर विधायक आलमगीर आलम से मिलकर ओवरलोड वाहन के परिचालन को रोकने के लिए आवेदन दिया जाएगा।

इसके अलावा पश्चिम बंगाल की फरक्का बांध रोड में प्रति ट्रक से ₹700 नजराना वसूली बंद करवाने मामले को लेकर वार्ता की जाएगी वही बैठक में निर्णय लिया गया कि जल्द ही नया ट्रक ओनर एसोसिएशन का गठन कर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।

बैठक में बहारूल सेख गफ्फार सेख आलमगीर आलम जाकिर आलम सत्य सुंदर कर्मकार विक्की गुप्ता मनावर सेख मुरसलीन सेख मालिक सेख डब्लू सेख जहांगीर सेख मुजफ्फर शेख राजू सेठ इंद्रजीत रजक सुल्तान सेख मुरसलीन सेख आलम सेख साहब सेख कादिर सेख सुरेंद्र कुमार प्रसनजीत कुमार विकास कुमार गौतम सुशांत कुमार गौरव कुमार के अलावे अन्य ट्रक मालिक मौजूद थे।


सहेबगंज जिले में ओवरलोडिंग पत्थर वाहन परिचालन को ले स्थानीय लोगों की शिकायतों के मद्देनजर प्रशासन भी कई बार मुहिम चला चुके है ,नियमों को धरातल पर उतारने के लिए स्थानीय लोगों के सहयोग एवं प्रसाशन की सजगता महत्वपूर्ण भूमिका निभाती आइ है । मिली जानकारी के अनुसार इलाके में अवैध और वैध सैकड़ों की संख्या में व्यस्थापित है,प.बंगाल पत्थरों की तस्करी में बिहार,बंगाल एवं बांग्लादेश के हज़ारो व्यव्सायी समेत स्थानीय व्यव्सायी भी शामिल है साथ ही साहेबगंज ज़िले अन्तर्गत मुख्य व्यव्साय पत्थर ही है , जो यहाँ की अर्थव्यवस्था को थामे हुए है।