चीन को त्योहारी सीजन में 40 हजार करोड़ के व्यापार का बड़ा झटका देने की तैय्यारी
कैट देश भर में दिवाली के भारतीय सामान की लगाएगा 300 वर्चूअल प्रदर्शनी


पटना/संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल तथा आत्मनिर्भर भारत के आवाहन को वास्तव में अमली जामा पहनाने में कन्फेडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्ज (कैट) बिहार समेत देश भर के व्यापारी इस त्योहारी सीजन में चीन को 40 हजार करोड़ रुपये के बड़े संकल्प को लेकर इस बार की दिवाली को सही मायनों में हिंदुस्तानी दिवाली के रूप में मनाने में जुट गए हैं जिसमें चीनी सामान का बहिष्कार करते हुए केवल भारतीय सामान ही बेचा एवं खरीदा जाएगा। कैट बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने यह जानकारी दिया। हर वर्ष राखी से शुरू होकर दिवाली तक देश में लगभग 5 महीने का त्योहारी सीजन रहता है और इस सीजन में एक अनुमान के मुताबिक पिछले वर्षों में चीन लगभग 40 हजार करोड़ रुपए का त्योहारों से सम्बंधित सामान भारत को आयात करता है। लेकिन इस बार देश भर में चीन के खिलाफ जिस प्रकार का वातावरण बना है उसके चलते चीन को लगभग 40 हजार करोड़ के बड़े व्यापार से हाथ धोना पड़ेगा। व्यापारियों ने यह तय किया है की इस त्योहारी सीजन में चीन का बना कोई भी सामान देश में नहीं बेचा जाएगा उधर उपभोक्ताओं में भी भारतीय सामान ही खरीदने का जज्बा दिखाई दे रहा है !

कैट ने इस सम्बंध में देश भर में भारतीय सामान की आसान उपलब्धता को लेकर व्यापक रूप से तैय्यारियाँ शुरू कर दी हैं और भारतीय सामान को बड़े रूप में देश भर में उपलब्ध कराने और उसके विक्रय के लिए कैट द्वारा देश भर में त्यौहार से सम्बंधित सामान की 300 से अधिक आॅनलाइन प्रदर्शनी लगाई जाएँगी जिसकी शुरूआत आज दिल्ली में कैट के कार्यालय में आयोजित एक लाइव डिस्प्ले और वर्चूअल प्रदर्शनी से हुई। कैट के इस अभियान में देश भर के 40 हजार से ज्यादा व्यापारिक संगठन जुड़ेंगे। कैट बिहार चैप्टर के चेयरमैन कमल नोपानी, महासचिव डा रमेश गांधी व कोषाध्यक्ष अरूण कुमार ने कहा की इस मामले में देश में एक बड़ी पहल की शुरूआत करते हुए कैट ने देश भर के व्यापारियों एवं लोगों से हिंदुस्तानी दिवाली मनाने का आवाहन करते हुए देश भर के व्यापारिक संगठनों को सलाह दी है की वो देश के कोने कोने से दिवाली पर उपयोग में आने वाले सामान बनाने वाले स्थानीय कुम्हार, शिल्पकार, कारीगर, मूर्तिकार, कलाकार आदि को चिन्हित कर उनके बनाए हुए सामानों को व्यापारियों के द्वारा बिकवाएँ !

कैट बिहार उपाध्यक्ष श्री मती इन्दु अग्रवाल जी व श्री मती अमृता सिंह जी ने यह भी बताया की दिवाली से सम्बंधित सभी सामान जिसमें दीये, मोमबत्ती, बिजली की लड़ियाँ, बिजली के रंग बिरंगे बल्ब, वंदनवार, दुकानों एवं घरों को सजाने के लिए सजावटी सामान, रंगोली, शुभ लाभ के चिन्ह, उपहार देने की वस्तुएँ , पूजन के लिए श्री गणेश जी, श्री लक्ष्मी जी और श्री हनुमान जी की मिट्टी से बनी मूर्तियाँ और अनेक प्रकार के सामान नए एवं अभिनव रूप में व्यापारिक संगठन स्थानीय लोगों से बनवाएंगे और व्यापारियों के द्वारा उनकी बिक्री दुकानों पर होगी। इससे कैट देश के सबसे निचले तबके के लोगों को आत्मनिर्भर बनाएगा और लोकल उत्पादों को बढ़ावा देगा। जिससे यह सामान देश के घर घर तक पहुंचेगा । उन्होंने जोर देकर कहा की देश के किसी भी कोने में भारतीय सामान की कमी नहीं होगी और लोग पूरे उत्साह से इस बार हिंदुस्तानी दिवाली मनाएँगे।