देवघर : उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नैंसी सहाय के निर्देशानुसार COVID19 को रोकने के लिए गठित इन्वेंट्री और डिस्ट्रीब्यूशन कोषांग के वरीय पदाधिकारी सह प्रशिक्षु आईएएस रवि आनन्द की अध्यक्षता में आज उनके कार्यालय कक्ष में इन्वेंट्री और डिस्ट्रीब्यूशन कोषांग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों के साथ एक बैठक आहूत की गई। इस दौरान प्रशिक्षु आईएएस द्वारा वर्तमान में कोरोना वायरस से बचाव हेतु बाजार में मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री में हुए इजाफा और इसकी पूर्ति हेतु आ रही समस्याओं के संबंध में विस्तृत चर्चा करते हुए कहा गया कि वर्तमान में इन सामानों की कालाबाजारी होने एवं मास्क व सैनिटाइजर के निर्धारित मूल्य से दोगुनी-तिगुनी राशि वसूलने संबंधी लगातार शिकायत प्राप्त हो रही है, जिस पर अंकुश लगाने हेतु आवश्यक है कि बाजार में इन चीज़ों की कमी न हो और ये सभी चीज़ समुचित मात्रा में लोगों के लिए उपलब्ध हों। जब इन चीज़ों की उपलब्धता में किसी प्रकार की कमी नहीं रहेगी तो इनकी कालाबाजारी होने की भी संभावना में कमी आएगी।

तत्पश्चात प्रशिक्षु आईएएस द्वारा दवाओं, मास्क, सैनिटाइज़र, पीपीई आदि की मांग और उपलब्धता का आकलन करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा गया कि कुछ दिनों में आपूर्तिकर्ताओं से संपर्क कर इन चीजों की मांग में कमी को पूरा किया जाएगा, ताकि लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो और उन्हें ये सभी चीज़े आसानी से उपलब्ध हो जाय। इस हेतु उनके द्वारा एसएचजी की महिलाओं द्वारा मास्क और सैनिटाइज़र के उत्पादन पर भी चर्चा की गई एवं कहा गया कि इन चीजों के उत्पादन हेतु एसएचजी की महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में आवश्यक कच्चे माल आदि उपलब्ध करायी जाए एवं इस बात का ध्यान रखा जाए कि इन चीजों का निर्माण/उत्पादन सही तरीके से एवं स्वच्छ माहौल में हो। साथ हीं यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इन चीजों का निर्माण करने वाली माहिलाएं पूरी तरह से सैनेटाइजड होकर अपना कार्य करें।

साथ हीं उनके द्वारा निदेशित किया गया कि कोषांग के कर्मी पूरी तरह से सतर्क रह कर कार्य करें, ताकि कोरोना वायरस के प्रादुर्भाव को देखते हुए आवश्यक सामग्री के रूप में परिभाषित मास्क, हैण्ड सैनिटाइजर एवं दवा बाजार में सर्वसाधारण को सुलभ रूप से उपलब्ध हो एवं किसी भी परिस्थिति में कोई भी दवा विक्रेता व दुकानदार इसका कालाबाजारी न कर सकें।