संवाददाता-बबलु कुमार

बोकारो। उपायुक्त मुकेश कुमार की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिले में बिजली संकट उत्पन्न न हो इसको लेकर समीक्षा बैठक आयोाजित की गयी।  उपायुक्त ने कहा कि कोरोना महामारी कोविड-19 के संकट काल में बिजली विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मी कोरोना वारियर्स के रूप में लाॅक डाउन के दौरान कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में गर्मी का मौसम होने के कारण बिजली मांग की तुलना में जिले में बिजली के आपूर्ति नहीं हो पा रहीे है इस लिए उन्होंने अधीक्षण अभियंता तथा कार्यापल अभियंता विद्युत विभाग को निर्देश दिया कि जिला में पर्याप्त मात्रा में बिजली की आपूर्ति निर्बाध करने की दिशा में योजना बनाकर कार्य करें तथा फुदनीडीह, बरमसिया तथा जैनामोड़ पावर ग्रीड को जल्द से जल्द वन विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर आरंभ करें ताकि बोकारो जिला में बिजली संकट को दूर किया जा सके। लाॅक डाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटरों पर रखा गया है वहां बिजली की आपूर्ति सुचारू रूप से बहाल करें ताकि 14 दिन के क्वारंटाइन अवधि को बेहतर तरीके से पूरा कर सकें। उन्होंने विद्युत विभाग के पदाधिकारियों की सराहना करते हुये कहा कि लाॅक डाउन काल के दौरान आनेवाल 15 दिन आप सभी के लिए महत्वपूर्ण है अतः इस संकट के घटी में अपना 100 फीसदी योग्यदान दें, प्रतिदिन बिजली से जुटी समस्याओं का निदान हेतु अपने-अपने क्षेत्रों में समीक्षा बैठक करें ताकि आम लोगों को बिजली से संबंधित समस्याओं का समाधान असानी से किया जा सके।


विधायकों ने अपने क्षेत्रों की बिजली से संबंधित समस्याओं को उपायुक्त के समक्ष रखा
समीक्षा के क्रम में बोकारो विधानसभा के  विधायक विरंची नारायण तथा गोमिया विधानसभा क्षेत्र के  विधायक  लंबोदर महतो ने अपने अपने क्षेत्रों से संबंधित बिजली संकट की समस्याओं को उपायुक्त के समक्ष रखा। उपायुक्त ने सभी विधायकों की समस्याओं का निष्पादन हेतु कार्यपालक अभियंता विद्युत विभाग को दिशा निर्देश दिया साथ ही उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में जल्द से जल्द बिजली सुचारू रूप से बहाल करने की जाएगी।

विद्युत से संबंधित जनता की समस्याओं पर जिला नियंत्रण कक्ष में करें शिकायत 

उपायुक्त ने विद्युत विभाग के पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जिला नियंत्रण कक्ष हेल्पलाइन नंबर 06542-222111 में विभाग के कर्मियों को पदस्थापित करें ताकि आम लोग नियंत्रण कक्ष के माध्यम बिजली की संकट होने पर विद्युत विभाग  को त्वरित सूचना दे सकें तथा इसका निष्पादन जल्द से जल्द हो सके। उन्होंने बताया कि जिला नियंत्रण कक्ष 7 दिन एवं 24 घंटे सुचारू रूप से कार्य कर रहा है। लाॅक डाउन के दौरान प्रतिदिन जिला प्रशासन द्वारा लगभग 500 समस्याओं समाधन जिला नियंत्रण कक्ष से करा रही है। पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य, आपूर्ति आदि मूलभूत सुविधाओं से संबंधित समस्याओं का निष्पदान भी  जिला नियंत्रण कक्ष को माध्यम से किया जा रहा है अतः बोकारो वासियों से अपील होगा कि इस सुविधा का लाभ वे लाॅक डाउन के दौरान घर बैठे अपनी समस्याओं का निष्पादन  करा सकते हैं।


बिजली के आपूर्ति तथा कटौती की समय-सारणी के साथ आम लोगों को दे जानकारी- उपायुक्त
उपायुक्त ने विद्युत विभाग के पदाधिकारियों से कहा कि गर्मी के दौरान शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे  बिजली आपूर्ति बहाल करने का प्रयास करें। जिन क्षेत्रों में अधिक लोड के कारण बिजली की कटौती करनी है उसकी सूचना पूर्व में ही आम लोगों को विज्ञापन या मीडीया के माध्यम से उपलब्ध कराएं ताकि लोगों को यह पता चल सके कि उनके क्षेत्र में कब-कब बिजली के कटौती की जायेगी तथा उसकी आपूर्ति बहाल होगी।


उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, बिजली एवं पेयजल जैसे विकास के कार्यों में व्यवधान बर्दाश्त नहीं किया जायेगा- उपायुक्त
समीक्षा के क्रम में अधीक्षण अभियंता तथा कार्यापालक अभियंता विधुत विभाग ने उपायुक्त को बतायाा कि कई प्रखंडों में बिजली के तार, पोल एवं ग्रीड बिछाने में स्थानीय लोगों द्वारा  विरोध किया जा रहा है जबकी विभाग की ओर से उन्हें फसल क्षतिपूर्ति भी प्रदान की जा रही है। खासतौर पर पेटरवार एवं नवाडीह प्रखंड में इस तरह की समस्या ज्यादा आ रही है। उपायुक्त ने मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए कहा कि विकास के कार्य में किसी प्रकार की व्यवधान बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। खास तौर पर उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पेयजल एवं सड़क निमार्ण आदि जैसे विकास कार्य में किसी प्रकार व्यवधान उत्पन्न करनेवालों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। जमीन का मुआवजा हो या किसी प्रकार की फसल क्षतिपूर्ती इस तरह की समस्या का अपर समाहर्ता के माध्यम से किया जाएगा।
समीक्षा बैठक के दौरान  बोकारो विधायक  विरंची नारायण,  गोमिया विधायक  लम्बोदर महतो, माननीय विधायक प्रतिनिधि सहित अपर समाहर्ता  विजय कुमार गुप्ता, अनुमंडल पदाधिकारी चास  शशिप्रकाश सिंह, वन अधिकारी व अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी, विद्युत विभाग कार्यपालक अभियंता एवं अन्य उपस्थित थे।